नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेन के नए संस्करण को उतारने की तैयारी कर रही है। देश में इस तरह की यह तीसरी रेल होगी और इसे 12 अगस्त को चेन्नई में इंटिग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) से परीक्षण के लिए रवाना किया जाएगा। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि इस ट्रेन के नवंबर से दक्षिण भारत में एक विशेष मार्ग पर चलने की संभावना है।
रेलवे के सूत्रों के अनुसार, सेमी हाई स्पीड (160-200 किलोमीटर प्रति घंटा) वंदे भारत का परीक्षण 15 अगस्त से पहले शुरू कर दिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई से ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। हालांकि, इसकी अभी पुष्टि होनी बाकी है।
वंदे भारत के नए संस्करण का परीक्षण राजस्थान के कोटा से मध्य प्रदेश के नागदा खंड तक किया जाएगा। ट्रेन की परिक्षण गति 100 से 180 किमी प्रति घंटा होगी। दो से तीन परीक्षणों में सफलता के बाद नयी वंदे भारत ट्रेन को वाणिज्यिक संचालन के लिए मंजूरी दी जा सकती है।
रेलवे ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के अनुरूप 15 अगस्त, 2023 तक वंदे भारत की 75 ट्रेनें पटरियों पर दौड़ना शुरू कर देंगी।
आईसीएफ की हर महीने छह से सात वंदे भारत रैक (ट्रेन) की उत्पादन क्षमता है और इस संख्या को बढ़ाकर 10 करने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अलावा वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण कपूरथला में रेल कोच फैक्ट्री और रायबरेली में मॉडर्न कोच फैक्ट्री में भी किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि नयी वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों के लिए सुरक्षा और आरामदायक सुविधाओं समेत कई पहलुओं पर ध्यान दिया गया है।
वर्तमान में वंदे भारत ट्रेन का संचालन दिल्ली से कटरा और दिल्ली से वाराणसी के बीच किया जा रहा है।
भाषा जतिन अजय
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