नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि सरकार द्वारा लाई गई विश्वास-आधारित कराधान प्रणाली से संग्रह बेहतर हुआ है और जमा किए गए रिटर्न की संख्या भी बढ़ी है।
सीतारमण ने 163वें आयकर दिवस पर दिए अपने संदेश में यह बात कही। उन्होंने पिछले वित्त वर्ष में 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व संग्रह हासिल करने के लिए विभाग की प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि राजस्व संग्रह में तेजी की रफ्तार चालू वित्त वर्ष में भी जारी रहेगी।
प्रत्यक्ष कर संग्रह 2021-22 में सालाना आधार पर 49.02 फीसदी बढ़कर 14.09 लाख करोड़ रुपये हो गया है। वहीं वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सरकार ने 14.20 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य रखा है।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कई लंबित मुद्दों का समाधान किया और प्रत्यक्ष करों से संबंधित ढांचागत खामियों को दूर किया गया। सरकार ने हाल के वर्षों में जो सुधार किए हैं उसने कर प्रणाली विश्वास आधारित बनाई है।
सीतारमण ने कहा, ‘‘करदाताओं ने विश्वास-आधारित कर प्रणाली की पुष्टि की है और यह कर संग्रह बेहतर होने और आयकर रिटर्न की संख्या बढ़ने से जाहिर है।’’ उन्होंने कहा कि करदाता सेवा और पारदर्शिता को बढ़ाने, विभागीय प्रक्रियाओं की गति तेज करने के लिए प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग किया गया।
इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कर विभाग की जिम्मेदारी सिर्फ सक्षम एवं कारगर कर प्रशासन तक ही सीमित नहीं है बल्कि ईमानदार करदाताओं को सम्मानित करना भी इसका दायित्व है।
राजस्व सचिव तरूण बजाज ने कहा कि करदाताओं को समयबद्ध सेवाएं देकर और सकारात्मक बदलावों को अपनाकर विभाग ने स्वयं को एक समक्ष संगठन साबित किया है।
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