नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में समेकित आधार पर शुद्ध लाभ 55.04 प्रतिशत बढ़कर 7,384.53 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,616 करोड़ रुपये रहा था।
देश के दूसरे बड़े निजी बैंक ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा कि आलोच्य अवधि में उसका एकल आधार पर शुद्ध लाभ 50 प्रतिशत बढ़कर 6,905 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 4,616 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि जून तिमाही का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही के 7,018.71 करोड़ रुपये की तुलना में कम है।
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 28,336.74 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 24,379.27 करोड़ रुपये थी।
हालांकि पहली तिमाही में गैर-ब्याज आय घटकर 36 करोड़ रुपये पर आ गई जो अप्रैल-जून 2021 की अवधि में 290 करोड़ रुपये रही थी।
परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में बीती तिमाही बैंक के लिए अच्छी साबित हुई। सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घटकर कुल ऋण का 3.41 प्रतिशत रह गया जबकि एक साल पहले यह 5.15 प्रतिशत था। इसी तरह शुद्ध एनपीए यानी फंसा हुआ कर्ज भी 1.16 प्रतिशत से घटकर 0.70 प्रतिशत पर आ गया।
इसका असर फंसे कर्जों एवं आकस्मिक खर्चों के लिए किए जाने वाले वित्तीय प्रावधानों पर पड़ा। बैंक को पहली तिमाही में इनके लिए 1,143.82 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रावधान करना पड़ा जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह राशि 2,851.69 करोड़ रुपये थी।
बैंक के कार्यकारी निदेशक संदीप बत्रा ने संवाददाताओं से कहा कि नए प्रावधानों को अलग रखा गया है क्योंकि बाजार में इस समय अस्थिरता का माहौल है।
भाषा प्रेम मानसी
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