नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) कोटक महिंद्रा बैंक का वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 26 फीसदी बढ़कर 2,071.15 करोड़ रुपये रहा है। फंसे कर्ज में कमी आने से उसका लाभ बढ़ा है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने शनिवार को शेयर बाजारों को बताया कि 2021-22 की समान तिमाही में उसे 1,641.92 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
बैंक ने बताया कि जून तिमाही में समेकित आधार पर उसकी शुद्ध आय 53 फीसदी बढ़कर 2,755 करोड़ रुपये रही है।
अप्रैल-जून 2022 तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 8,582.25 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 8,062.81 करोड़ रुपये थी।
समीक्षाधीन तिमाही में ब्याज से प्राप्त आय बढ़कर 7,338.49 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वर्ष अप्रैल-जून में यह 6,479.78 करोड़ रुपये थी।
शुद्ध ब्याज आय 19 फीसदी बढ़कर 4,697 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वर्ष अप्रैल-जून तिमाही में 3,942 करोड़ रुपये थी।
बैंक की लाभपरकता में वृद्धि कोषागार परिचालन से हुए करीब 800 करोड़ रुपये के नुकसान के बावजूद हुई है।
जून के अंत तक परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) घटकर सकल अग्रिम का 2.24 फीसदी रह गई। 30 जून, 2021 में यह 3.56 फीसदी थीं।
शुद्ध एनपीए यानी फंसा कर्ज भी 1.28 फीसदी से घटकर 0.62 फीसदी रह गया।
समीक्षाधीन अवधि में फंसे कर्ज और आकस्मिक खर्चों के लिए वित्तीय प्रावधान कई गुना घटकर 23.59 करोड़ रुपये रहा। पिछले वर्ष समान तिमाही में यह 934.77 करोड़ रुपये था।
कोटक महिंद्रा बैंक के संयुक्त प्रबंध निदेशक दीपक गुप्ता ने बांड बाजार से हुए नुकसान के बारे में पीटीआई-भाषा से कहा कि कुल बांड धारिता का 61 प्रतिशत ‘बिक्री के लिए उपलब्ध’ श्रेणी में है और सिर्फ 39 प्रतिशत ही परिपक्वता खंड में मौजूद है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से बैंक को अधिक नुकसान नहीं हुआ है।
भाषा मानसी प्रेम
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