मुंबई, 22 जुलाई (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया पांच पैसे की गिरावट के साथ 79.90 रुपये पर बंद हुआ। विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल कीमतों में तेजी आने से निवेशकों की निवेश धारणा प्रभावित हुई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों की तेजी ने रुपये की गिरावट पर अंकुश लगा दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोर खुला और कारोबार के अंत में यह पिछले बंद भाव के मुकाबले पांच पैसे की गिरावट के साथ 79.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपया 79.86 के दिन के उच्चतम स्तर और 79.92 के निम्नतम स्तर तक गया।
बृहस्पतिवार को कच्चातेल मूल्य में गिरावट आने और ताजा विदेशी निवेश के कारण रुपया 80.06 के अपने ऐतिहासिक निम्न स्तर से 20 पैसे की तेजी के साथ 79.85 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था।
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत बढ़कर 107.12 अंक हो गया।
इसके अलावा वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.56 प्रतिशत घटकर 103.28 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘घरेलू बाजारों में तेजी, एफआईआई निवेश और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने रुपये को समर्थन दिया। लेकिन, डॉलर की मजबूती ने तेजी पर रोक लगा दी।’’
चौधरी ने कहा, ‘हम रुपये में मिले जुले रुख से लेकर गिरावट की प्रवृत्ति की उम्मीद करते हैं। इसका कारण डॉलर का मजबूत होना और मुद्रास्फीति को लेकर चिंता का बढ़ना है। अगले सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक से पहले डॉलर के निचले स्तर से उबरने की उम्मीद है। फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक रूप से ब्याज दरों में वृद्धि किये जाने की संभावना है।’
घरेलू शेयर बाजारों में बीएसई सेंसेक्स 390.28 अंक की तेजी के साथ 56,072.23 अंक पर बंद हुआ।
भाषा राजेश राजेश रमण
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