नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश चालू कैलेंडर साल की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में 27 प्रतिशत घटकर 96.6 करोड़ डॉलर पर आ गया।
जेएलएल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक और भू-राजनैतिक संकट के कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश घटा है।
इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि में घरेलू रियल एस्टेट क्षेत्र में 132.9 करोड़ डॉलर का संस्थागत निवेश आया था।
आंकड़ों के अनुसार, रियल एस्टेट की कार्यालय श्रेणी में संस्थागत निवेश अप्रैल-जून, 2022 के दौरान बढ़कर 65.2 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 23.1 करोड़ डॉलर था।
वहीं, इकाई स्तर और वैकल्पिक संपत्ति (डेटा सेंटर) में 2022 की दूसरी तिमाही में संस्थागत निवेश क्रमश: 11 करोड़ डॉलर और 6.4 करोड़ डॉलर रहा। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह शून्य था।
दूसरी तरफ, आवासीय श्रेणी में संस्थागत निवेश अप्रैल-जून की अवधि के दौरान घटकर छह करोड़ डॉलर पर आ गया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 7.8 करोड़ डॉलर था।
इसके अलावा खुदरा रियल एस्टेट में आलोच्य तिमाही के दौरान संस्थागत निवेश घटकर 5.1 करोड़ डॉलर रह गया, जो एक साल पहली की समान तिमाही में 27.8 करोड़ डॉलर था।
जेएलएल इंडिया की पूंजी बाजार प्रमुख लता पिल्लई ने कहा, ‘‘लोगों के वापस दफ्तर लौटने से संस्थागत निवेशकों की धारणा में सुधार आया है। इसके चलते 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान इस क्षेत्र में 65.2 करोड़ डॉलर का निवेश आया।’’
भाषा जतिन अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.