मुंबई, 20 जुलाई (भाषा) आयातकों की तरफ से अमेरिकी डॉलर की मांग आने से बुधवार को रुपया शुरुआती कारोबार में चार पैसे कमजोर होकर 79.96 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर आ गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती बने रहने के बीच तेल आयातकों की तरफ से डॉलर की मांग आने से रुपया टूट गया। इसके अलावा कारोबारी धारणा पर बढ़ते व्यापार घाटे के असर को लेकर भी चिंता हावी रही।
अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.91 के भाव पर मजबूती से खुला लेकिन थोड़ी ही देर में यह 79.96 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। इस तरह एक दिन पहले की तुलना में रुपये में चार पैसे की कमजोरी आ गई।
मंगलवार को रुपया 80.05 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर जाने के बाद सुधरा और 79.92 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के ट्रेजरी प्रमुख अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि डॉलर के मुकाबले एशिया की लगभग सभी मुद्राएं कमजोर बनी हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘घबराए आयातकों के अलावा तेल कंपनियां भी अमेरिकी डॉलर की खरीद में लगी हुई हैं।’
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत गिरकर 106.54 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.39 प्रतिशत गिरकर 106.93 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
विदेशी निवेशक मंगलवार को भी शुद्ध लिवाल बने रहे। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 976.40 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
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