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Friday, 22 November, 2024
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2 मुलाकातें, कई तोहफे और कॉल्स – एक्ट्रेस जैकलीन और ‘महाठग’ सुकेश के बीच ऐसे चला ‘प्रेम प्रसंग’

सुकेश चंद्रशेखर कथित तौर पर सात महीने के 'प्रेम प्रसंग' की शुरुआत करने से पहले एक बिचौलिए के माध्यम से साल 2021 में तिहाड़ जेल के अंदर रहते हुए ही बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज के संपर्क में आया था.

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नई दिल्ली: कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर और अभिनेता जैकलीन फर्नांडीज के बीच सात महीने तक चले प्रेम प्रसंग में महंगे तोहफों से लेकर तिहाड़ जेल से किये गए वीडियो कॉल्स तक, बहुत कुछ शामिल था.

दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच दो मुलाकातें, तिहाड़ जेल से किये गए कई वीडियो कॉल्स हुए. इसके अलावा कई तोहफे जैसे – लाखों के हर्मेस बैग, टिफ़नी के हीरे के आभूषण, और एक सामान लाने ले जाने वाले के जरिए भेजे गई विदेशी बिल्लियां और घोड़े भी दिए गए.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि इन दोनों की यह ‘प्रेम कहानी’ जनवरी 2021 में तब शुरू हुई जब चंद्रशेखर ने कथित तौर पर तिहाड़ जेल के अंदर से फर्नांडीज को फोन करना और मैसेज करना शुरू कर दिया. हालांकि फर्नांडीज ने पहले इस सब का कोई जवाब नहीं दिया, परन्तु चंद्रशेखर ने अपने हेयर ड्रेसर के माध्यम से उनसे संपर्क किया और खुद को ‘सन टीवी और मालाबार जेवेलर्स का मालिक’ तथा ‘गृह मंत्री अमित शाह के करीबी’ के रूप में पेश किया. इसके बाद ही दोनों ने आपस में बात करना शुरू किया.

ईडी के सूत्रों के अनुसार, फर्नांडीज ने पूछताछ के दौरान जांचकर्ताओं को बताया था कि उसे इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि चंद्रशेखर उसे जेल के अंदर से फ़ोन कर रहा था, और वह अक्सर सोचती थी कि वह ‘कई मौके पर उससे मिलने से क्यों बचता रहता था?’. बता दें कि 20 अलग-अलग आपराधिक मामलों का सामना कर रहा चंद्रशेखर साल 2017 से जेल में हैं.

एक सूत्र ने कहा, ‘फर्नांडीज ने दावा किया कि चंद्रशेखर उससे केवल दो बार मिला वह भी तब जब वह पैरोल पर जेल से बाहर था. इनमें से एक मुलाकात चेन्नई में हुई थी. जब भी फर्नांडीज मिलने के लिए कहती, तो वह कहता था कि वह कोविड प्रतिबंधों के कारण फंस गया है. यह वह समय भी था जब कोविड ने देश में दस्तक दी थी और बड़े पैमाने पर लॉकडाउन लगाया गया था. फिर दूसरी लहर (महामारी की) भी आई थी.’

सूत्र ने कहा, ‘चंद्रशेखर, हालांकि उन वीडियो कॉल के जरिए फर्नांडीज के साथ लगातार संपर्क में था, जो उसने तिहाड़ जेल के अंदर बनाए गए अपने कार्यालय वाली जगह से किये थे.’

सूत्र ने आगे कहा कि फर्नांडीज ने एक बार किसी समाचार में चंद्रशेखर के बारे में पढ़ने का भी उल्लेख किया और इसके बारे में उनके बीच के संपर्क सूत्र से बात भी की, लेकिन उसे बताया गया कि चंद्रशेखर को ‘झूठे मामले में फंसाया गया है’ और यह सब ‘बड़े व्यापारियों के साथ होता रहता है.’

हालांकि, चंद्रशेखर के वकील अनंत मलिक ने कहा, ‘यह सच है कि उनका अफेयर (प्रेम प्रसंग) कम समय वाला था और वह कभी जेल में उनसे मिलने नहीं गईं. वे केवल दो बार आपस में मिले. पर, वे लगभग सात महीने तक एक दूसरे के संपर्क में थे, और यह किसी व्यक्ति के पते-ठिकाने को जानने के लिए काफी लंबी अवधि है.’

मलिक ने कहा, ‘एक साधारण गूगल सर्च से पता चल जाता कि सुकेश कौन है. जैकलीन निश्चित रूप से तकनीकी जानकारी के मामले में कमजोर नहीं हैं. इसके अलावा, सुकेश की पत्नी लीना फिल्म उद्योग का हिस्सा है और उसने ‘मद्रास कैफे’ नाम की एक फिल्म में अभिनय भी किया है. सुकेश एक समय मुंबई में रहता था और उसे वहीं से गिरफ्तार भी कर लिया गया था. तो सुकेश कौन है, यह स्पष्ट है, और यह असंभव है कि जैकलीन उसकी संलिप्तता या उसके पते ठिकाने से अनजान थी.’

उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, उनका रिश्ता, भले ही थोड़े समय के लिए था, पर यह प्रेम और स्नेह पर आधारित था, न कि भौतिक चीजों पर, जैसा कि अब तक चित्रित किया गया है.’

फर्नांडीज के लिए तब से परेशानी बढ़ गयी है जब से ईडी ने उन्हें एक गवाह और कथित तौर पर चंद्रशेखर द्वारा चलाए गए 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट के संभावित ‘लाभार्थी’ के रूप में चिन्हित किया था. पिछले साल दिसंबर में, ईडी द्वारा उनके नाम पर लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किये जाने के बाद इस श्रीलंकाई मूल की अभिनेत्री को मुंबई हवाई अड्डे से मस्कट जाने वाली एक उड़ान में सवार होने से रोक दिया गया था. वह कई मौकों पर पूछताछ के लिए ईडी के सामने भी पेश हो चुकी हैं, जिसमें 27 जून को हुई पूछताछ का ताजा मामला भी शामिल है.

चंद्रशेखर के खिलाफ ईडी का केस दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (इकोनॉमिक ओफ्फेंस विंग- ईओडब्ल्यू) द्वारा दायर एक प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें उन पर रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के पूर्व मालिक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह को धोखा देने और उनसे जबरन वसूली करने का आरोप है. सुकेश को अक्टूबर 2019 में रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड में पैसे की की कथित हेराफेरी से संबंधित एक मामले में गिरफ्तार किया गया था.

ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, चंद्रशेखर ने कथित तौर पर अदिति से सरकारी अधिकारी बनकर और उनके पति को जमानत दिलाने का वादा करके पैसे ऐंठे थे. फिर साल 2020 में, यह दावा किया गया कि उसने तत्कालीन कानून सचिव अनूप कुमार और गृह सचिव अजय भल्ला के रूप में नकली पहचान पेश करते हुए अदिति से 215 करोड़ रुपये की उगाही की. उसने कथित तौर पर अदिति से कहा कि उन्हें उसके दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और उन्हें यह भी बताया कि उनकी बातचीत गृह मंत्री और प्रधान मंत्री के द्वारा भी ‘सुनी’ जा रही है.


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‘कथित प्रेम प्रसंग’

दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 के बीच, चंद्रशेखर ने कथित तौर पर फर्नांडीज को कई बार मैसेज किया, जिसमें उन्होंने खुद को उनका फैन (प्रशंसक) बताया. जब फर्नांडीज ने इनका कोई जवाब नहीं दिया, तो चंद्रशेखर पर आरोप लगाया जाता है कि उसने एक सामान्य संपर्क सूत्र पिंकी ईरानी से संपर्क किया, और उससे अपनी मदद करने के लिए कहा.

ईडी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दिए गए एक प्रतिवेदन (सबमिशन), जिसकी एक प्रति दिप्रिंट के पास है, में कहा गया है कि यूनिटेक के प्रमोटर संजय चंद्रा ने पिंकी को चंद्रशेखर से मिलवाया था और उसे ‘उसकी मदद करने’ के लिए कहा. यह सबमिशन 20 जून को चंद्रशेखर द्वारा किसी अन्य जेल में अपना स्थानांतरण किये जाने की मांग करने वाली याचिका के जवाब में प्रस्तुत किया गया था.

आवेदन में कहा गया है, ‘चंद्रशेखर ने उसे (ईरानी को) बताया कि वह जैकलीन फर्नांडीज में रुचि रखता है और उसके साथ जुड़ना चाहता है. इसके बाद पिंकी जैकलीन फर्नांडीज के मेकअप आर्टिस्ट शान के पास पहुंची और उसे इस बात के लिए मनाने के मकसद से जेडब्ल्यू मैरियट होटल में भी मिली.’

ईडी के सूत्रों के अनुसार, शान को बताया गया कि चंद्रशेखर एक ‘बड़े राजनीतिक परिवार’ से ताल्लुक रखता है और उन्हें ‘फर्नांडीज को उससे बात करने के लिए मनाना चाहिए’.

सूत्र ने कहा, ‘फर्नांडीज ने बताया कि शान और पिंकी ने उन्हें इस बात के लिए आश्वस्त किया और उन्होंने लगातार उसे बताया कि चंद्रशेखर उसके लिए एक अच्छा ‘मैच’ है क्योंकि वह उससे प्यार करता है और साथ ही एक प्रभावशाली परिवार से आता है. उन्हें यह भी बताया गया था कि चंद्रशेखर के दक्षिणी फिल्म उद्योग में अच्छे खासे संपर्क हैं और अगर वह इस रिश्ते को आगे बढ़ाती हैं तो उनका भविष्य सुरक्षित हो जाएगा.’

सूत्र बताते हैं, ‘उन्होंने कथित तौर पर फर्नांडीज से यह भी कहा कि वह उम्रदराज हो रही है और बॉलीवुड में उसके गिने चुने दिन बचे हैं. काफी समझाने के बाद फर्नांडीज उससे बात करने के लिए तैयार हो गई.‘

सूत्र के अनुसार, उसके बाद जो कुछ हुआ वह उन उपहारों के एक तांते के रूप में था जिन्हें चंद्रशेखर ने फर्नांडीज के पास भेजना शुरू किया. सूत्र ने बताया, ‘पिंकी चंद्रशेखर के लिए एक निजी दुकानदार जैसी बन गई. वह क्रिश्चियन डायर, लुई वुइटन, हर्मेस आदि जैसे विभिन्न शोरूमों में जाती और फर्नांडीज के लिए चीजें छांटती. चंशेखर वीडियो कॉल पर उनका चुनाव करता था. ‘

चंदशेखर ने ‘फर्नांडीज़ का स्टाइल बेहतर बनाने के लिए’ लीपाक्षी एलावाड़ी को भी काम पर रखा, जो मुंबई में कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर और इमेज कंसल्टेंट के रूप में काम करती हैं. ईडी को दिए गए अपने बयान में, एलावाड़ी ने कहा कि उन्हें जैकलीन फर्नांडीज के लिए एक ‘स्टाइलिस्ट; के रूप में काम पर रखा गया था और उनके काम में उन्हें दुनिया भर से ब्रांडों के कपड़ों और एक्सेसरीज़ का लेटेस्ट सेलक्शन (नवीनतम संस्करण) भेजना शामिल था.

ईडी द्वारा दायर किये गए 7,000 पन्नों के आरोप पत्र में उल्लेख किया गया है कि चंद्रशेखर ने फर्नांडीज को 52 लाख रुपये का एक अरबी घोड़ा, तीन फारसी बिल्लियां जिनकी कीमत लगभग 9 लाख रुपये थी, टिफ़नी की एक हीरे की अंगूठी, महंगी पेंटिंग्स और कई अन्य उपहार दिए थे. चार्जशीट के मुताबिक, फर्नांडीज को चंद्रशेखर से कुल 10 करोड़ रुपये तक के तोहफे मिले.

इस साल अप्रैल में ईडी ने इस मामले के सिलसिले में फर्नांडीज की 7.27 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर दी थी. सूत्रों के मुताबिक, जांच में फर्नांडीज का नाम तब सामने आया जब चंद्रशेखर की पत्नी लीना मारिया पॉल, जो फिलहाल जेल में है, ने जांचकर्ताओं को इस कथित अफेयर के बारे में बताया.

सूत्र ने कहा, ‘यह लीना ही थी जिसे फर्नांडीज के बारे में तब पता चला जब उसने चंद्रशेखर को फोन पर उससे बात करते हुए सुना. जब जांचकर्ताओं ने और छान-बीन की, तो पता चला कि चंद्रशेखर ने उसे वास्तव में करोड़ों रुपयों के उपहार दिए थे – और वह सब उसी पैसे से दिया गया था से जो उसने जबरन वसूली से अर्जित किया था. ‘

सूत्र के मुताबिक, पिंकी ने चंद्रशेखर को न केवल फर्नांडीज बल्कि कई अन्य मॉडलों और अभिनेताओं के संपर्क में आने में मदद की. कोर्ट में दी गयी ईडी की दलील में भी इसका जिक्र किया गया है.

प्रतिवेदन में कहा गया है, ‘चंद्रशेखर ने उससे (पिंकी से) कहा था कि उसका तिहाड़ जेल में एक कार्यालय है और कोई भी तिहाड़ जेल के गेट नंबर 3 से आ सकता है और उससे मिल सकता है. पिंकी ने अक्षरा गौड़ा, निकिता तंबोली, सोफिया सिंह, कायरा दत्त और चाहत खन्ना से चंद्रशेखर का परिचय करवाया था और उन्हें अलग-अलग मौकों पर चंद्रशेखर से मिलाने के लिए तिहाड़ जेल भी ले गई थी.’

सूत्र ने कहा कि पूछताछ के दौरान, फर्नांडीज ने कहा था कि उसे ‘गलत व्यक्ति के प्यार में पड़ने का और उसने जो कुछ भी उससे कहा, उस पर भरोसा करने’ का पछतावा है.

‘बीएमडब्ल्यू, निजी कार्यालय – विलासिता के साजो सामान के लिए 30 करोड़ रुपये का भुगतान’

ईडी की पड़ताल के अनुसार, साल 2017 के बाद से, चंद्रशेखर के पास होटल ताज से खाना और शराब मंगाए जाने के साथ-साथ तिहाड़ जेल के अंदर टेलीफोन तक पहुंच थी, जिसके लिए उसने कथित तौर पर 2020 और 2021 के बीच 30 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया था.

ईडी को दिए अपने एक बयान में, चंद्रशेखर की पत्नी लीना ने कहा कि वह उन्हें जेल से अलग-अलग व्हाट्सएप नंबरों का इस्तेमाल करके फोन करता था. उसने यह भी बताया था कि चंद्रशेखर अक्सर पार्टियां करता था, जिसमें वह उस शराब, चिकन और मांस का सेवन करता था जो होटल ताज से आता था.

सूत्र के अनुसार, इन विलासिता की वस्तुओं की प्राप्त करने के लिए, चंद्रशेखर ने ऊपर से नीचे तक सब की हथेलियां गर्म की थीं. सूत्र ने कहा,’ उसे एक फोन से लेकर एक कार्यालय तक सभी तरह की सुविधाएं दी गईं थीं. चंद्रशेखर जेल में बैठकर कार के दलालों से संपर्क करता था, स्वयं कारों का चुनाव करता था और फिर दलाली के चैनलों के द्वारा नकद के माध्यम से भुगतान की व्यवस्था करके उन्हें खरीदता था.’

सूत्र ने कहा, ‘उसने तिहाड़ जेल में अपना एक निजी कार्यालय बना रखा था, जो चंद्रा के कार्यालय के ऊपर स्थित था. यह एक सुसज्जित कार्यालय था और महिला आगंतुकों को इसके अंदर आने-जाने की अनुमति थी. दरअसल, पुलिस की वर्दी पहने अधिकारी भी तिहाड़ जेल में प्रवेश करते समय इन महिलाओं को सलामी देते थे.’

ये दलीलें कोर्ट में भी दी गई हैं.

दिल्ली जेल के डीजीपी संदीप गोयल ने दिप्रिंट को बताया कि इस मामले की जांच जारी है और दोषी अधिकारियों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा ‘सुकेश पर तिहाड़ जेल के अंदर से एक फोन का इस्तेमाल करने का आरोप था, जिसमें हमने जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.’

आर्थिक अपराध शाखा ने भी इस साल की शुरुआत में तिहाड़ जेल प्रशासन को एक पत्र लिखा था, जिसमें उनसे कहा गया था कि रोहिणी जेल के उन 82 कर्मचारियों के खिलाफ जांच की जरूरत है, जिन्होंने कथित तौर पर चंद्रशेखर की मदद की और उन्हें सुविधाएं प्रदान करने के एवज में करोड़ों रुपये लिए.

ईडी ने अदालत को यह भी बताया कि चंद्रशेखर तिहाड़ जेल के परिसर में दो कारों, एक बीएमडब्ल्यू और एक इनोवा, का रखरखाव भी करता था, ताकि वे उसके मेहमानों को ला और ले जा सकें.

सूत्र ने कहा, ‘यह भी पाया गया कि वह तिहाड़ जेल स्थित अपने कार्यालय में इन महिला आगंतुकों को नकद पैसे और महंगे- महंगे उपहार देता था.

चंद्रशेखर द्वारा तिहाड़ में निजी कार्यालय का उपयोग करने और उससे मिलने आने वाली महिला आगंतुकों के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कोई टिप्पणी नहीं की.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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