नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव में मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से मतपेटियां राष्ट्रीय राजधानी आनी शुरू हो गयी हैं.
दिल्ली विधानसभा से मतपेटी सोमवार देर रात स्ट्रांग रूम लाई गयी , जबकि कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम और राजस्थान से मतपेटियां अलग-अलग व्यावसायिक उड़ानों से यहां लाई गई थीं.
West Bengal | Polled ballot box of Presidential election being taken by Air India flight from Kolkata to New Delhi. ARO is accompanying.
(Source: CEO West Bengal) pic.twitter.com/mn3dzQNvAm
— ANI (@ANI) July 19, 2022
मतपेटियां अपने-अपने राज्यों के सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) की चौकस निगरानी में विमान में अगली पंक्ति की सीट पर रखी गई थीं. निर्वाचन आयोग ने संबंधित एआरओ के साथ उड़ानों में सीलबंद मतपेटियों की तस्वीरें पोस्ट कीं.
तेलंगाना से मतपेटी को मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी की यात्रा शुरू करने से पहले हैदराबाद के एक स्ट्रांग रूम में ले जाते हुए दिखाया गया.
Ballot box from Meghalaya accompanied by ARO, being dispatched from strong room to board flight from Guwahati to Delhi to reach Parliament house for counting scheduled on July 21
(Source: CEO Meghalaya) pic.twitter.com/7i9vbh3nhK
— ANI (@ANI) July 19, 2022
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि जिन राज्यों की राजधानियों से दिल्ली के लिए सुबह की सीधी उड़ानें हैं, वे मतपेटियां मंगलवार दोपहर तक यहां पहुंच जाएंगी. जिन राज्यों की दिल्ली के लिए सीधी उड़ानें नहीं हैं, वहां से मतपेटी मंगलवार शाम तक पहुंच जाएंगी. हिमाचल प्रदेश से मतपेटियों को सड़क मार्ग से लाए जाने की संभावना है.
निर्वाचन आयोग के अनुसार, प्रत्येक मतपेटी को ‘मिस्टर बैलेट बॉक्स’ के नाम से एक ई-टिकट जारी किया जाता है. निर्वाचित सांसदों और विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने का अधिकार है, इसलिए मतदान संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में होता है.
निर्वाचन आयोग ने कहा कि सोमवार सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच संसद भवन और राज्य विधानसभाओं के 30 केंद्रों सहित 31 स्थानों पर मतदान हुआ. मतगणना 21 जुलाई को होनी है.
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