सिंगापुर, 18 जुलाई (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने श्रीलंका के अभूतपूर्व आर्थिक संकट का हवाला देते हुए अन्य देशों को चेताया है कि यदि उनके कर्ज का स्तर भी ऊंचा रहता है और नीतिगत गुंजाइश सीमित रहती है, तो उन्हें भी इसी तरह की स्थिति से जूझना पड़ सकता है।
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक जॉर्जिवा ने इंडोनेशिया में जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा, ‘‘काश वैश्विक आर्थिक परिदृश्य बाली में आकाश की तरह उज्ज्वल होता, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं है। परिदृश्य काफी गहरा है और अनिश्चितता असाधारण रूप से अधिक है। जोखिम जिनके बारे में आईएमएफ ने पहले चेतावनी दी थी, अब भौतिक हो गए हैं।’’
जॉर्जिवा ने शनिवार को कहा, ‘‘उच्च ऋण स्तर और सीमित नीतिगत गुंजाइश वाले देशों को अतिरिक्त दबाव का सामना करना पड़ेगा। चेतावनी के संकेत के रूप में श्रीलंका को ही देख लें।’’
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक की यह टिप्पणी श्रीलंका के गंभीर आर्थिक संकट के बीच आई है।
जार्जिवा ने कहा कि विकासशील देश भी पिछले चार माह से पूंजी की निकासी हो रही है। इससे इन देशों का आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं तक पहुंचने के सपने के रास्ते में जोखिम आ गया है। हालांकि, जॉर्जिवा ने किसी देश का नाम नहीं लिया।
भाषा रिया जतिन अजय
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