लंदन/नई दिल्ली: ऋषि सुनक ब्रिटेन में प्रधानमंत्री की रेस में बने हुए हैं. उन्होंने अपनी पत्नी की इन्फोसिस संबंधित संपत्ति पर लोगों के द्वारा की जा रही टिप्पणी पर पलटवार किया है और भारत के रहने वाले अपने सास-ससुर की तारीफ की है.
सुनक ने कहा, ‘उन्हें अपने भारतीय सास-ससुर इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की उपलब्धियों पर गर्व है.’
उन्होंने मीडिया के एक तबके में उनकी पत्नी अक्षता की पारिवारिक संपत्ति के बारे में की जा रहीं टिप्पणियों को लेकर यह पलटवार किया.
टेलीविज़न पर तीखी बहस के दौरान ब्रिटेन में जन्मे 42 वर्षीय पूर्व वित्त मंत्री से, उनकी पत्नी के इस साल की शुरुआत में सुर्खियों में रहे कर मामलों के बारे में पूछा गया. अक्षता ने उस समय इन्फोसिस भागीदारी से अपनी भारतीय आय पर ब्रिटेन में भी कर अदा करने के लिए अपनी कानूनी गैर मूल निवास स्थिति को स्वेच्छा से त्याग दिया था.
सुनक को अपने स्वयं के यूएस ग्रीन कार्ड की स्थिति को लेकर भी सवालों का सामना करना पड़ा, जिसे उन्होंने चांसलर के रूप में दायित्व मिलने के कुछ महीनों के बाद कथित तौर पर छोड़ दिया था.
उन्होंने रविवार रात आईटीवी चैनल पर बहस के दौरान कहा, ‘मैं हमेशा सामान्य रूप से ब्रिटेन का करदाता रहा हूं; मेरी पत्नी दूसरे देश से है इसलिए उसके साथ अलग व्यवहार किया जाता है, लेकिन मुद्दे को सुलझा लिया गया.’
सुनक ने कहा, ‘मेरी पत्नी के परिवार की संपत्ति के बारे में एक टिप्पणी है. तो, मुझे इस पर बात करने दें…मेरे सास-ससुर ने जो हासिल किया है, मुझे उस पर अत्यंत गर्व है.’
उन्होंने कहा, ‘मेरे ससुर के पास कुछ भी नहीं था, बस एक सपना था और कुछ सौ पाउंड थे जो मेरी सास की बचत ने उन्हें प्रदान किए, और इसके साथ ही उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी, सबसे प्रतिष्ठित, सबसे सफल कंपनियों में से एक का निर्माण किया जो यहां ब्रिटेन में हजारों लोगों को रोजगार देती है.’
सुनक ने कहा, ‘यह एक ऐसी कहानी है जिस पर मुझे वास्तव में गर्व है और प्रधानमंत्री के रूप में, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि हम यहां उनकी तरह और कहानियां बना सकें.’
बोरिस जॉनसन की जगह ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल शेष बचे पांच दावेदारों के बीच यह बहस हुई. सुनक अभी प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं.
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(भाषा के इनपुट्स के साथ)