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शुक्रवार, 4 जुलाई, 2025
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भारत में स्टार्टअप की संभावनाएं बरकरार, प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण प्रासंगिक : एचसीएल टेक सीईओ

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(मौमिता बख्शी चटर्जी)

नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) एचसीएल टेक्नोलॉजीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सी विजयकुमार का मानना है कि भारत में स्टार्टअप की संभावनाएं ‘बरकरार’ हैं।

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप क्षेत्र के मूल्यांकन में उतार-चढ़ाव के बावजूद इसका प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण जीवंत और प्रासंगिक बना हुआ है।

भारत की दिग्गज सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी के शीर्ष अधिकारी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब स्टार्टअप क्षेत्र में निवेश और उद्यम पूंजी सौदों में कमी होने लगी है। निवेशक अनिश्चित बाजार स्थिति के बीच सतर्क हो गए हैं।

विजयकुमार ने पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि भारत में स्टार्टअप की संभावनाएं काफी हद तक बरकरार है।’’ उनसे पूछा गया था कि क्या स्टार्टअप मूल्यांकन अपने चरम पर पहुंच रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर मूल्यांकन में कुछ तरह की कमी आई है… लेकिन इसे छोड़कर, बड़ी तस्वीर बाजार में होने वाली कई नई चीजों के लिए बहुत जीवंत और प्रासंगिक है। इसलिए मैं उसपर बहुत सकारात्मक हूं।’’

पिछले वर्षों में भारतीय स्टार्टअप परिवेश के लिए काफी अधिक आकर्षण के बाद अब उद्यम पूंजी की ‘लहर’ कुछ कम होती दिख रही है।

यह पूछने पर कि क्या एचसीएल टेक अधिग्रहण के लिए स्टार्टअप क्षेत्र पर विचार करेगी, खासतौर से यह देखते हुए कि मूल्यांकन आकर्षक हो गया है, विजयकुमार ने कहा, ‘‘यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है… हम लगातार सेवाओं और उत्पादों के क्षेत्र में क्षमता-आधारित अधिग्रहण की तलाश कर रहे हैं। यदि हमें कुछ दिलचस्प मिला, तो हम इस पर विचार कर सकते हैं।’’

एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने हाल ही में जून, 2022 तिमाही के दौरान एकीकृत शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी। इस दौरान कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 3,283 करोड़ रुपये और राजस्व 23,464 करोड़ रुपये रहा।

यह पूछने पर कि क्या रूस-यूक्रेन युद्ध का कंपनी के कामकाज पर कोई प्रभाव पड़ा है, विजयकुमार ने कहा कि कंपनी की इन स्थानों पर कोई उपस्थिति नहीं है, न ही बिक्री और न ही वितरण की उपस्थिति।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मौजूदगी कुछ पड़ोसी देशों जैसे रोमानिया, पोलैंड में है… हालांकि, उन देशों में कोई समस्या नहीं है, चीजें ठीक चल रही हैं। हमारा रूस या यूक्रेन से कोई सीधा संपर्क नहीं था।’’

उन्होंने कहा कि जहां तक ​​​​यूरोप का संबंध है, कंपनी का कारोबार काफी मजबूत बना हुआ है।

कर्मचारियों को वापस कार्यालय बुलाने की समयसीमा के बारे में उन्होंने कहा कि जहां भी वर्चुअल रूप से काम किया जा सकता है, कंपनी ऐसा करना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि एचसीएल टेक एक मिलेजुले मॉडल के साथ आगे बढ़ेगी।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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