श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) : जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) श्रीनगर का दौरा किया और घायल तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. कल अमरनाथ गुफा के निचले इलाकों में बादल फटने से 16 लोगों की मौत हो गई थी.
J&K LG Manoj Sinha visits SKIMS Srinagar to enquire about the health of pilgrims who were injured in yesterday's incident of cloudburst in the lower reaches of #Amarnath cave pic.twitter.com/zg8onABiTb
— ANI (@ANI) July 9, 2022
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक अतुल करवाल ने शनिवार को बताया कि अमरनाथ के पवित्र मंदिर के पास बादल फटने की घटना में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है. लेफ्टिनेंट कर्नल सचिन शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, राहत और बचाव अभियान जारी है.
शर्मा ने कहा, ‘अब तक 28 घायल मरीज आ चुके हैं, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायलों को श्रीनगर स्थानांतरित कर दिया गया है. बचाव के लिए वायुसेना और सेना के हेलीकॉप्टरों सहित कुल 8 हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है.’
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना और राज्य बलों सहित सभी टीमें समन्वय में काम कर रही हैं. बचाव अभियान को पूरा करने के लिए सही समय की भविष्यवाणी करना मुश्किल है.’
वहीं बालटाल में अमरनाथ गुफा से पंजतरणी, संगम अड्डे तक सुरक्षित निकाले गए लोगों ने भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की.
बचे लोगों में से एक ने एएनआई को बताया, ‘जब बारिश हुई तो सेना ने हमारी बहुत मदद की. उन्होंने कुछ लोगों को बालटाल और कुछ को पंजतरणी भेजा. उन्होंने हमारा बहुत समर्थन किया और लोगों को गुफा से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.’
एक बुजुर्ग महिला ने कहा, ‘जिस तरह से जवानों ने हमें बचाया. मैं उन्हें सलाम करती हूं.’
अमरनाथ के पवित्र गुफा क्षेत्र में शुक्रवार को बादल फटने की घटना हुई, जिसके परिणामस्वरूप पवित्र गुफा से सटे ‘नाले’ में पानी का भारी बहाव हुआ.
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