नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को राज्यों से इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में मौजूद व्यापक अवसरों पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का अनुरोध किया।
वैष्णव ने राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम के शीर्ष निगरानी प्राधिकरण की पहली बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यों को इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में मौजूद अवसरों का लाभ उठाने के लिए तेजी से कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में भारत ने दुनिया के समक्ष खुद को एक ‘महत्वपूर्ण विश्वसनीय साझेदार’ के तौर पर साबित किया है।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक गलियारों में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए समर्पित क्षेत्र होने से बढ़िया नतीजे आएंगे। इनमें बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर इन गलियारों में हम इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए समर्पित क्षेत्र बना सकते हैं तो वह भी एक बड़ा अवसर साबित होगा।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘यह बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार देने वाला क्षेत्र है। आईफोन के उत्पादन की एक लाइन लगने से करीब 5,000 लोगों को रोजगार मिल जाता है। यह एक बड़ी संख्या है। ऐसे में अगर दो वर्षों में 10-15 उत्पादन लाइन लग सकती हैं तो इस क्षेत्र में बड़े रोजगार अवसर पैदा होंगे।’’
वैष्णव ने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं मंत्रियों को इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण से जुड़े अवसरों पर गंभीरतापूर्वक विचार करने की जरूत है। यह उत्पादन के साथ-साथ रोजगार-सृजन के नजरिये से भी जरूरी है।
इस मौके पर उन्होंने औद्योगिक गलियारों में सड़कों के निर्माण के समय ही ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए डक्ट बनाए जाने की सलाह दी ताकि बाद में अनावश्यक रूप से सड़कों की खुदाई न करनी पड़े।
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प्रेम अजय
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