चंडीगढ़, सात जुलाई (भाषा) उत्तरी ध्रुव, दक्षिणी ध्रुव और ग्रीनलैंड आईसकैप (ध्रुवीय त्रिकोण) पूरा करने वाले पहले भारतीय अजीत बजाज ने बृहस्पतिवार को कहा कि सही पालन-पोषण और समर्थन से बेटियां किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकती हैं।
बजाज ने यहां स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के 59वें स्थापना दिवस के अवसर पर कहा, ‘‘सही पालन-पोषण और समर्थन से हमारी बेटियां किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकती हैं और न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया की शक्ति बढ़ा सकती हैं।’’
बजाज और उनकी बेटी दीया की जोड़ी पिता-पुत्री की पहली जोड़ी है जिसने सात महाद्वीपों में सात सर्वोच्च पर्वत श्रृंखलाओं की चढ़ाई पूरी की है। वह ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के ब्रांड अंबेसेडर भी हैं।
अपनी बेटी के साथ माउंट एवरेस्ट पर आरोहण के अनुभव को साझा करते हुए बजाज ने बताया कि किस तरह उन्होंने ऑक्सीजन मास्क में आई खराबी से उबरने का प्रयास किया और शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस कम तापमान को भी सहा।
उन्होंने कहा, ‘‘वहां तिरंगा फहराना हम दोनों के लिए गौरव का और भावुक करने वाला क्षण था।’’
अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही दीया समारोह में ऑनलाइन शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें अपने सपने पूरे करने के लिए प्रोत्साहित किया।
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