नयी दिल्ली, छह जुलाई (भाषा) नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) अरुण कुमार ने बुधवार को कहा कि देश में हर रोज विमानों से संबंधित करीब 30 घटनाएं होती हैं और इनमें से अधिकतर का कोई सुरक्षा संबंधी परिणाम नहीं होता।
पिछले 18 दिन में स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खामियों की आठ घटनाएं सामने आने के बाद डीजीसीए ने बुधवार को विमानन कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
कुमार ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘औसतन करीब 30 घटनाएं घटती हैं जिनमें आसमान में चक्कर लगाते रहने, रास्ता बदलने, चिकित्सा आपात स्थिति, मौसम संबंधी मुद्दे, पक्षियों के टकराने, रनवे पर उतरने और चलने के दौरान की घटनाएं आदि शामिल हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से अधिकतर के कोई सुरक्षा संबंधी परिणाम नहीं रहे। बल्कि मजबूत सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली की अनिवार्य शर्त रहीं।’’
स्पाइसजेट को भेजे कारण बताओ नोटिस में डीजीसीए ने कहा कि विमानन कंपनी ‘विमान नियम, 1937’ के नियम 134 और अनुसूची 11 के तहत सुरक्षित, सक्षम और प्रामाणिक हवाई सेवाएं देने में विफल रही है।
स्पाइसजेट के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा था कि कई घटनाएं सामने आ रही हैं जो अपेक्षाकृत सामान्य प्रकृति की हैं और हर एयरलाइन के साथ होती हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ नया नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हजारों उड़ान होती हैं तो कभी वातानुकूलन प्रणाली विफल हो जाती है, कभी पक्षी विमान से टकरा जाते हैं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘ये चीजें होती रहती हैं और जाहिर है कि हमें इन्हें यथासंभव पूरी तरह कम करना होता है। यह हमारा काम है और नियामक का काम चीजों को बेहतर बनाने के लिए जोर देने का होता है।’’
भाषा वैभव पवनेश
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