मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के फ्लोर टेस्ट में अपने धड़े की जीत की सराहना की. इस दौरान वह अपने बच्चों का जिक्र कर रो पड़े.
आज सदन में बोलते हुए शिंदे ने कहा, ‘मैं देवेंद्र फडणवीस जी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे पिछली सरकार में मंत्री के रूप में काम करने का मौका दिया… मैं समृद्धि प्रोजेक्ट पर काम कर सका. उन्हें 2019 में शिवसेना को भी डिप्टी सीएम का पद देना था.’ ‘हम शिवसैनिक हैं हम हमेशा बालसाहेब और आनंद दीघे शिवसैनिक रहेंगे. मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि वहां कौन था और किसने बालासाहेब के मतदान पर छह साल के लिए प्रतिबंध लगाया था,’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा.
‘शुरुआत में मुझे एमवीए सरकार में मुख्यमंत्री बनाया जाना था लेकिन बाद में अजित दादा (अजित पवार) या किसी ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए. मुझे कोई समस्या नहीं थी और मैंने उद्धव जी को आगे बढ़ने को कहा था और मैं उनके साथ था. मेरी नजर इस पोस्ट पर कभी नहीं थी.’ शिंदे ने कहा.
शिंदे ने अपने दो बच्चों की मौत का जिक्र किया और भावुक हो गए. ‘वे मेरे परिवार पर हमला किए… मेरे पिता जिंदा हैं, मां की मौत गई. मैं अपने परिवार को ज्यादा समय नहीं दे सका. मेरे आने पर वे सो जाते और जब मैं सो जाता तब वे काम पर चले जाते. मैं अपने बेटे श्रीकांत को ज्यादा समय नहीं दे सका. मेरे दो बच्चों की मौत हो गई, उस समय आनंद दीघे ने मुझे सांत्वना दी. मैं सोचता था, जीने के लिए क्या है? मैं अपने परिवार के साथ रहूंगा,’ मुख्यमंत्री ने कहा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को सदन के दो दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन राज्य विधानसभा में महत्वपूर्ण शक्ति परीक्षण में जीत हासिल की. 288 सदस्यीय सदन में 164 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि 99 ने इसके खिलाफ वोट किए. तीन विधायक मतदान से दूर रहे, जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार समेत 21 विधायक अनुपस्थित रहे.
संजय राउत ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े की वैधता पर सवाल उठाया और कहा कि शिंदे ग्रुप असली सेना होने का दावा नहीं कर सकता.
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा ये विधायक (शिंदे ग्रुप के) खुद से कुछ सवाल पूछने चाहिए. उन्होंने चुनाव जीतने के लिए पार्टी के चिन्ह और इसके साथ आने वाले सभी लाभों का इस्तेमाल किया और फिर उसी पार्टी को तोड़ दिया.
राउत का बयान महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नारवेकर द्वारा शिंदे को शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में बहाल करने, अजय चौधरी को हटाने के बाद आया है, जो आज एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले है.