राहुल ने कहा, तीन सदस्यीय समिति की मंजूरी के बिना सीबीआई प्रमुख को हटाना अवैध और आपराधिक. आज कांग्रेस करेगी सीबीआई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला तेज किया. गांधी ने कहा कि मोदी ने आधी रात को घबराकर सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को इसलिए हटा दिया क्योंकि वह विवादास्पद राफेल सौदे में जांच शुरू करने वाले थे जो कि मोदी के लिए ‘आत्मघाती’ साबित होता.
दूसरी तरफ, राहुल गांधी ने शुक्रवार को देश भर में सीबीआई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने की भी घोषणा की. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘राफेल घोटाले की जांच ना हो पाए इसलिए प्रधानमंत्री ने सीबीआई प्रमुख को असंवैधानिक तरीके से हटा दिया. सीबीआई को पूरी तरह नष्ट किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी, कल, इसके विरोध में देश के हर सीबीआई दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी. मैं सुबह 11 बजे से दिल्ली के सीबीआई मुख्यालय पर इसका नेतृत्व करूंगा.’
राफेल घोटाले की जाँच ना हो पाए इसलिए प्रधान मंत्री ने CBI प्रमुख को असंवैधानिक तरीक़े से हटा दिया| CBI को पूरी तरह नष्ट किया जा रहा है| कांग्रेस पार्टी, कल, इसके विरोध में देश के हर CBI दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी|
मैं CBI मुख्यालय,दिल्ली, सुबह 11 बजे से, इसका नेतृत्व करूँगा|
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 25, 2018
‘जांच से बचने के लिए वर्मा को हटाया’
राहुल गांधी ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव अशोक गहलोत की उपस्थिति में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीबीआई प्रमुख की शक्ति छीनना ‘अवैध, आपराधिक, असंवैधानिक’ है और यह प्रधान न्यायाधीश, विपक्ष के नेता, भारत के लोगों का अपमान है क्योंकि सीबीआई निदेशक को प्रधानमंत्री की तीन सदस्यीय समिति की मंजूरी के बिना हटाया या नियुक्त नहीं किया जा सकता है.
गांधी ने कहा, ‘यह बिल्कुल स्पष्ट मामला है, जिस समय सीबीआई जांच शुरू होगी, प्रधानमंत्री बर्बाद हो जाएंगे. जांच की इजाजत देना प्रधानमंत्री के लिए आत्मघाती कदम होगा. इसलिए इससे बचने के लिए उन्होंने सीबीआई प्रमुख को हटा दिया. उन्हें दोबारा बहाल करने की लड़ाई चल रही है. आपको इस प्रकरण को नोटिस करना होगा. प्रधानमंत्री ने एक भी शब्द नहीं बोला है.
‘प्रधानमंत्री से सवाल पूछिए, भाग जाएंगे’
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं आपके समक्ष आता हूं और आप मुझसे कई प्रश्न पूछते हैं. प्रधानमंत्री को राफेल पर तीन से चार प्रश्न पूछिए. वह बैठने लायक भी नहीं रहेंगे और भाग जाएंगे.’
राहुल ने कहा कि इस संबंध में पहला प्रश्न अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ रुपये देने के बारे में पूछा जाना चाहिए.
पूरे घटनाक्रम को दोहराते हुए राहुल ने कहा कि सीबीआई निदेशक को रात में 2 बजे हटाया गया. उन्होंने सुबह 9 या 10 बजे भी हटाया जा सकता था. लेकिन इसके पीछे कारण यह है कि सीबीआई राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री की भूमिका की जांच करने वाली थी.
‘प्रधानमंत्री ने राफेल मामले में भ्रष्टाचार किया’
उन्होंने कहा, ‘मुख्य वजह यह थी कि सीबीआई प्रधानमंत्री की भूमिका और राफेल सौदे में उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच शुरू करने वाली थी. इस घबराहट से रात में 2 बजे, उन्होंने सीबीआई निदेशक को हटा दिया. अगर जांच का आदेश दे दिया जाता तो सच्चाई बाहर आ जाती और देश को पता लग जाता कि प्रधानमंत्री ने राफेल मामले में भ्रष्टाचार किया है.’
उन्होंने कहा कि वर्मा के कमरे को सील कर दिया गया और महत्वपूर्ण दस्तावेज ले लिए गए। इसलिए उन्हें 2 बजे रात को हटा दिया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘उन्हें न सिर्फ हटाया गया बल्कि सबूत को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. यह उनके हटाने का कारण है, जो कि अवैध है.’
राहुल ने सीबीआई को बर्बाद करने का आरोप लगाया और नागेश्वर राव को अंतरिम सीबीआई प्रमुख बनाने पर निशाना साधा.
‘नये निदेशक पर कई आरोप’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘नागेश्वर राव कई आरोपों का सामना कर रहे हैं. उन्हें ऐसे व्यक्ति के तौर पर नियुक्त किया गया है, जिसको प्रधानमंत्री नियंत्रित कर सकें. प्रधानमंत्री राफेल मामले में जांच नहीं चाहते हैं इसलिए वह कमजोर अधिकारी की नियुक्ति कर रहे हैं. वह वही करेगा जो प्रधानमंत्री तथ्यों को छुपाने के लिए उनसे कहेंगे.’
राहुल ने कहा, ‘अब प्रत्येक संस्थान राफेल पर प्रधानमंत्री की रक्षा कर रहा है. खुद को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक भी संस्था को नहीं छोड़ा. वह खुद को बचाने के लिए सभी संस्था पर हमला कर रहे हैं. वह खुद को बचाने के लिए सबकुछ करेंगे. लेकिन लोग सच्चाई का पता लगा लेंगे.’
यह पूछे जाने पर कि उनको यह कैसे पता लगा कि वर्मा राफेल सौदे में जांच करने वाले थे, इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरा देश जानता है कि सीबीआई जांच होने वाली थी.
उन्होंने कहा, ‘प्रश्न यह नहीं है कि राहुल गांधी को कैसे पता है. इस देश के युवाओं को पता है कि राफेल सौदे में 30,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है.’
उन्होंने कहा, ‘आप प्रधानमंत्री की मानसिक स्थिति को समझ सकते हैं. उन्होंने देश से कहा कि वह देश के चौकीदार बनना चाहते हैं और यहां तक कि उनकी चौकीदार की तरह छवि भी थी. लेकिन प्रधानमंत्री ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार किया. प्रधानमंत्री जानते हैं कि जिस दिन सीबीआई की कार्रवाई शुरू हो जाएगी, वह बर्बाद हो जाएंगे.’
‘मोदी सरकार जासूसी में संलिप्त’
आलोक वर्मा के आवास के बाहर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के चार संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद गुरुवार को कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर ‘जासूसी’ में संलिप्त होने का आरोप लगाया. इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि एजेंसियों का ‘प्रत्यक्ष और बेशर्म’ तरीके से प्रयोग किया जा रहा है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘क्रूर बल, धमकी और अवैध लेन-देन के जोर पर एजेंसियों को अपने इशारे पर नचाना भाजपा की वास्तविक शैली है.’
उन्होंने कहा कि कथित रूप से आईबी के चार अधिकारियों को सुरक्षा गार्डों और वर्मा के निजी सुरक्षाकर्मियों ने गुरुवार सुबह दबोच लिया. वर्मा को प्रधानमंत्री कार्यालय के इशारे पर छुट्टी पर भेजा गया है.
सिंघवी ने कहा, ‘आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी सरकार और सत्तारूढ़ भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह सीबीआई की शर्मनाक निगरानी में संलिप्त थे. यह और कुछ नहीं बल्कि एजेंसियों का प्रत्यक्ष और बेशर्म प्रयोग है. इससे यह भी पता चलता है कि कैसे आईबी का घटिया राजनीतिक दुरुपयोग और हस्तक्षेप किया जाता है.’
‘एजेंसियों में हस्तक्षेप का प्रयास तानाशाही’
उन्होंने कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि आईबी, सीबीआई और केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) जैसी शीर्ष एजेंसियों के दैनिक कार्यों में हस्तक्षेप करने के लिए ‘तानाशाही, दुर्भावनापूर्ण और निरंकुश प्रयास’ है.
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी राफेल सौदे की जांच के खुलने से इतने डरे हुए और परेशान हैं कि उन्होंने सूरज के उगने का भी इंतजार नहीं किया और एकतरफा निर्णय कर वर्मा को छुट्टी पर जाने के लिए कह दिया.
सिंघवी ने कहा, ‘मोदी आश्चर्यजनक तरीके से अपनी सरकार की ओर से राफेल घोटाले में गलत सौदे को छुपाने का स्पष्ट प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने एम. नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेशक नियुक्त किया, जिसके ऊपर अनुचित, पक्षपातपूर्ण सौदे और दुर्व्यवहार करने के आरोप हैं.’
इससे पहले दिन में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सरकार पर हमला किया और कहा कि आईबी, सीबीआई की राह पर आगे बढ़ रही है.
(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)