MSMEs ‘भारत के ग्रोथ का स्तंभ’, 6,000 करोड़ रुपये की योजना शुरू करने के दौरान PM MODI
प्रधानमंत्री मोदी ने 'पहली बार एमएसएमई निर्यातकों की क्षमता निर्माण' योजना का भी उद्घाटन किया और इस कार्यक्रम में 'प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम' (पीएमईजी) की नई विशेषताओं का शुभारंभ किया गया.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित विज्ञान भवन में आयोजित एक ‘उद्यमी भारत’ कार्यक्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए ‘राइजिंग एंड एक्सेलेरेटिंग एमएसएमई परफॉरमेंस’ (आरएएमपी) योजना का शुभारंभ किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम एमएसएमई कहते हैं तो तकनीकी भाषा में इसका मतलब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम होता है जो भारत की विकास यात्रा का बहुत बड़ा स्तंभ हैं. इस योजना में लगभग 6,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
‘उद्यमी भारत’ कार्यक्रम एमएसएमई को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक नीति है. गुरुवार को ये कार्यक्रम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत आयोजित किया गया था- जो कि भारत की आजादी के 75 साल मनाने के लिए केंद्र सरकार की पहल है.
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘पहली बार एमएसएमई निर्यातकों की क्षमता निर्माण’ योजना का भी उद्घाटन किया और इस कार्यक्रम में ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ (पीएमईजी) की नई विशेषताओं का शुभारंभ किया गया.
मोदी ने कहा कि रेजीमेंट एक्सीलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (रैंप) योजना का उद्देश्य मौजूदा एमएसएमई योजनाओं के साथ देश में एमएसएमई की कार्यान्वयन क्षमता और कवरेज को बढ़ाना है.
प्रधानमंत्री ने लॉन्च के मौके पर देश के खादी उद्योग की भी तारीफ करते हुए कहा कि इसका टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है.
मोदी ने आगे कहा, ‘यह इसलिए संभव हुआ है क्योंकि गांवों में हमारे छोटे उद्यमियों- हमारी बहनों ने बहुत मेहनत की है. खादी की बिक्री पिछले आठ वर्षों में चार गुना बढ़ी है.’
दिप्रिंट के फोटो एडिटर प्रवीण जैन ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुछ पलों को कैमरे की आंखों से इस तरह देखा और कैद किया है.