नई दिल्ली: हॉर्स रेसिंग की जगह हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी बोलकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गई हैं. सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर उन पर तंज कसा है. इसके अलावा तमाम लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.
सीपीएम नेता येचुरी ने ट्वीट किया है कि, ‘सत्य सरपट दौड़ता है?, हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी! कृपया आगे बढ़ें.’
Truth gallops out?
GST on horse trading!
Please go ahead. https://t.co/X87hsx1iB2— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) June 29, 2022
सीपीएम नेता ने यूजर रवि नायर का ट्वीट शेयर किया है. रवि नायर ने लिखा है, ‘केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी चाहती हैं. नायर ने ऐसा कहते हुए उनका मजाक बनाया है.
We welcome @nsitharaman ji’s proposal to impose GST on #HorseTrading.
But Hon’ble PM & HM may not allow this anti-BJP tax. ? https://t.co/dQaVNz7MaQ
— Dr Vineet Punia / विनीत पुनिया (@VineetPunia) June 30, 2022
एक यूजर डॉ. विनीत पुनिया ने रुचिरा चतुर्वेदी का ट्वीट शेयर किया है, रुचिरा ने हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी कहकर मजाक उड़ाया है.
वहीं विनीत ने निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए लिखा है, ‘हम निर्मला सीतारमण के हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी के प्रस्ताव का स्वागत करते हैं. लेकिन सम्मानित पीएम और गृहमंत्री इस एंटी बीजेपी टैक्स को मंजूरी नहीं देंगे.’
I knew @nsitharaman ji had the ability to think out of the (ballot) box. Yes Nirmala ji, there should be GST on horse trading. https://t.co/H8UdMEzeLW
— Pawan Khera ?? (@Pawankhera) June 30, 2022
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी रुचिरा चतुर्वेदी के ट्वीट शेयर करते हुए और सीतारमण को टैग करते हुए लिखा है,’ मैं जानता था @nsitharaman जी में (मतपत्र) बॉक्स से बाहर सोचने की क्षमता है. हां निर्मला जी, खरीद-फरोख्त पर जीएसटी लगना चाहिए.’
So 'Horse Trading' has become official! Nirmala ji, what is the GST going to be? pic.twitter.com/1sIwZGRF3C
— Srinivas BV (@srinivasiyc) June 30, 2022
एक यूजर श्रीनिवास बीवी ने उनके बयान वाले वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, तो ‘हार्स ट्रेडिंग’ आधिकारिक हो गया है! निर्मला जी, GST का क्या होने वाला है?’
Hahaha! GST on horse-trading! Not a bad idea. Govt coffers will fill-up fast! pic.twitter.com/3NLbW9p37M
— Om Thanvi (@omthanvi) June 30, 2022
वरिष्ठ पत्रकार ओमनाथ थानवी ने भी मजाक उड़ाया है. उन्होंने लिखा है, ‘हाहाहाहा, जीएसटी पर हॉर्स ट्रेडिंग! बुरा विचार नहीं है. तेजी से भरेगा सरकारी खजाना!.’
Horse trading being recognised as an economic activity by none other than the FM of India. #MaharashtraPolitcalCrisis https://t.co/LnrJZKmzUy
— sucheta de (@sucheta_ml) June 30, 2022
जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष और छात्र संगठन आइसा की एक्टिविस्ट सुचेता डे ने लिखा है, ‘हॉर्स ट्रेडिंग को किसी और के नहीं बल्कि भारत के एफएम के द्वारा आर्थिक गतिविधि के रूप में मान्यता दी जा रही है. #MaharashtraPolitcalCrisis‘
क्या है हार्स ट्रेडिंग
गौरतलब है कि भाजपा पर राज्यों की सरकारों के तोड़फोड़ के आरोप लग रहे हैं. जिसे तमाम लो हार्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे हैं. वैसे परिभाषा के अनुसार हॉर्स ट्रेडिंग का मतलब घोड़ों को बेचना और खरीदना होता है लेकिन इसका रूपक के तौर पर राजनीति में तोड़फोड़ के संदर्भ में इस्तेमाल होता है.