मालाहाइड (आयरलैंड), 25 जून (भाषा) इंडियन प्रीमियर लीग में पदार्पण सत्र में गुजरात टाइटन्स को खिताब दिलाने वाले हार्दिक पंड्या ने स्वीकार किया कि जिम्मेदारी आने से वह क्रिकेट के मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।
हार्दिक को रविवार से यहां आयरलैंड के खिलाफ शुरू हो रही दो मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिये भारतीय टीम का कप्तान चुना गया है।
इस आल राउंडर ने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘पहले भी मुझे जिम्मेदारी लेने में मजा आता था और अब भी ऐसा ही है लेकिन अब थोड़ी ज्यादा जिम्मेदारी आ गयी है। मेरा हमेशा मानना है कि मैंने जिम्मेदारी लेने के बाद बेहतर किया है। ’’
हार्दिक ने कहा, ‘‘अगर मैं अपनी चीजों की जिम्मेदारी लेता हूं और अपने फैसले करता हूं तो वे मजबूत होते हैं। क्रिकेट इस तरह का खेल है जिसमें अलग अलग परिस्थितियों के दौरान मजबूत बने रहना बहुत अहम है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे हमेशा जब भी जिम्मेदारी दी गयी तो मैंने इसे संभाला इसलिये ही मैं बेहतर बना। कप्तानी करते हुए मैं देखूंगा कि में प्रत्येक खिलाड़ी को यही जिम्मेदारी कैसे दे सकता हूं। ’’
दो करिश्माई कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के नेतृत्व में खेलने से हार्दिक ने अगुआई करने की काबिलियत सीखी लेकिन उनका कहना है कि हर कप्तान का अपना तरीका होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, मैंने उनसे (धोनी और कोहली) काफी चीजें सीखी हैं लेकिन साथ ही मेरे खुद के फैसले भी होते हैं, निश्चित रूप से मेरी खेल की समझ अलग है लेकिन मैंने उनसे काफी अच्छी चीजें सीखी हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सहज प्रवृत्ति का नहीं हूं लेकिन अंदर से फैसला करने के बजाय परिस्थितियों को देखता हूं। किस समय पर टीम को किस फैसले की जरूरत है, मैं इस पर ध्यान लगाता हूं, अंदर से मुझे कैसा महसूस हो रहा है, इसे नहीं देखता। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे भारत की अगुआई की जिम्मेदारी दी गयी है। यह अपने आप में बड़ी चीज है। मैं खेल किसी को कुछ दिखाने के लिये नहीं खेलता। मैं हमेशा ऐसा ही था। ’’
भारतीय टीम आयरलैंड के खिलाफ श्रृंखला में अपने रिजर्व खिलाड़ियों को उतार रही है और हार्दिक ने कहा कि टीम के पास जो ‘बेंच स्ट्रेंथ’ है वो देश में खेल के लिये अच्छा संकेत है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर ऐसी स्थिति आती है कि हमें दो टीमें भेजनी पड़ें तो हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास उतनी ‘बेंच स्ट्रेंथ’ है जहां हम खिलाड़ियों को भेज सकते हैं और इससे काफी लोगों को मौके मिलेंगे। ’’
हार्दिक ने कहा, ‘‘भारत में इतनी प्रतिभा है कि लोगों को मौके ही नहीं मिलते। भारत के लिये खेलना हमेशा एक सपना होता है और उनके लिये यह सपना साकार करना सचमुच शानादर होगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से प्रतिभायें सामने आ रही हैं और खिलाड़ियों ने जिस तरह का जज्बा दिखाया है, जिस तरह का प्रदर्शन किया है, यह भारत की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ दर्शाता है। भारतीय टीम में इस समय काफी विकल्प हैं। चार लोग अब भी टीम में जगह बनाने के लिये मशक्कत कर रहे हैं। वे दरवाजा खटखटा रहे हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। ’’
उन्होंने कहा कि वे इस संक्षिप्त श्रृंखला को उसी तरह खेलेंगे जैसे वे बड़े टूर्नामेंट में खेलते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मानसिक रूप से चुनौती है, यह कहना आसान है कि हम आयरलैंड के खिलाफ खेल रहे हैं लेकिन भारत के लिये खेलना सबसे बड़े गर्व की बात है। अगर हम विश्व कप जीतना चाहते हैं तो यहां से प्रत्येक मैच हमारे लिये महत्वपूर्ण होगा। पहली चीज, यह मायने नहीं रखता कि हम किससे खेल रहे हैं, बस हमें अपनी चीजों पर ध्यान लगाये रखना है। ’’
भाषा नमिता आनन्द
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