मुंबई: एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों ने उद्धव ठाकरे गुट के साथ चल रहे विवाद के बीच अपने समूह का नाम ‘शिवसेना बालासाहेब’ रखा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि पूर्व गुट अपने फैसले खुद ले सकता है लेकिन किसी को भी बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
इससे पहले आज, पूर्व गृह राज्य मंत्री और बागी विधायक दीपक केसरकर ने एएनआई को बताया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विधायकों ने एक नया समूह ‘शिवसेना बालासाहेब’ बनाया है. शिवसेना भवन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘कुछ लोग मुझसे कुछ कहने के लिए कह रहे हैं लेकिन मैं पहले ही कह चुका हूं कि वे (बागी विधायक) जो करना चाहते हैं कर सकते हैं. उनके मामलों में दखल नहीं देता. वे अपना फैसला खुद ले सकते हैं, लेकिन किसी को भी बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.’
मुख्यमंत्री बाद में बैठक की समाप्ति के बाद मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना भवन से रवाना हो गए.
गौरतलब है कि शिंदे गुट का फैसला ऐसे समय में आया है जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक कर रहे थे. शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार जुझारू मोड़ पर है और उसके 38 बागी विधायक गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं.