यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विपक्ष की पसंद प्रतीकात्मकता से भरी है. पूर्व पीएम वाजपेयी के विश्वासपात्र, सिन्हा एक उदारवादी आवाज थे जो मोदी-शाह की भाजपा में मिसफिट हो गए थे. एक हारी हुई लड़ाई में एक उत्साही मोदी-आलोचक को मैदान में उतारकर, विपक्ष एक राजनीतिक ब्राउनी पॉइंट हासिल करने की कोशिश कर रहा है.