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Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशअग्निपथ योजना के विरोध में देशभर में दिखा भारत बंद का असर, दिल्ली एनसीआर में रेंगती रहीं गाड़ियां

अग्निपथ योजना के विरोध में देशभर में दिखा भारत बंद का असर, दिल्ली एनसीआर में रेंगती रहीं गाड़ियां

कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, के सुरेश, वी नारायणसामी और अन्य सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केंद्र की इस योजना के खिलाफ 'सत्याग्रह' में शामिल हुए.

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार की नई अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को कई राज्यों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

दिल्ली-नोएडा-दिल्ली फ्लाईवे, मेरठ एक्सप्रेस-वे, आनंद विहार, सराय काले खान, प्रगति मैदान और दिल्ली के अन्य हिस्सों में सुबह भारी जाम रहा. इन इलाकों में वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं.

कुछ लोगों ने सोशल मीडिया मंच ट्विटर पर इसकी जानकारी दी.

एक व्यक्ति ने बताया कि वह लगभग 30 मिनट से जाम में फंसे हैं और कार्यालय पहुंचने में उन्हें काफी देर हो रही है. वहीं, एक अन्य ने लोगों से आनंद विहार-सराय काले खान मार्ग पर जाने से बचने को कहा.

हालांकि, दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा कि यातायात का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए उसने अपने कई दलों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया है.

भारत बंद के मद्देनजर कई जगहों भारी ट्रैफिक देखने को मिला.

अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में कुछ संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर सोमवार को एहतियात के तौर पर पूरे पटना में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.

पूर्व मध्य रेलवे ने रविवार को कहा था कि देश भर में केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ चल रहे छात्रों के आंदोलन के कारण, आठ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और छह ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है.

उत्तर प्रदेश

भारत बंद के कारण सुरक्षा जांच के चलते चिल्ला बॉर्डर पर नोएडा-दिल्ली लिंक रोड पर भारी ट्रैफिक लग गया है.

नोएडा के एडीसीपी, रणविजय सिंह ने कहा कि पुलिस सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी प्रदर्शनकारी यहां से न गुजरें और वे दिल्ली पुलिस के साथ इस बारे में कॉर्डिनेट कर रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा, ‘भारत बंद से जुड़े हमारे पास कई निर्देश और इनपुट हैं. हमने व्यवस्था कर ली है. हम सार्वजनिक परिवहन पर नजर रख रहे हैं. बॉर्डर पर चेकिंग की जा रही है.’

उधर, भारत बंद के बीच ट्रेनें रद्द होने से गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर कई यात्री फंस गए हैं.

उत्तर प्रदेश के आरपीएफ आईजी तारिक अहमद ने युवाओं से अपील की कि वो किसी के बहकावे में ना आएं. अहमद ने कहा कि हमने पूरी व्यवस्था कर ली है. जीआरपी, आरपीएफ, सिविल पुलिस समेत सभी को तैनात किया गया है. मैं छात्रों से अपील करता हूं कि असामाजिक तत्वों के बहकावे में न आएं.

राज्य में योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के मामले में अब तक कुल 387 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

गृह विभाग द्वारा रविवार को जारी बयान के मुताबिक, प्रदेश में अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के मामले में राज्य के 14 जिलों में अब तक कुल 34 मुकदमे दर्ज किये गए हैं, जबकि 387 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बयान के अनुसार, बलिया में सबसे ज्यादा 109 लोग गिरफ्तार किए गए हैं जबकि सहारनपुर में 43, जौनपुर में 41 और अलीगढ़ में 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


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पंजाब

वहीं, भारत बंद की वजह से पंजाब के अमृतसर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्लेटफॉर्म, ट्रैक और एंट्री पर नजर रखी जा रही है. पुलिस प्रशासन निगरानी के लिए आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे की खुफिया जानकारी के साथ समन्वय कर रहे हैं कि कोई भी बदमाश कुछ न करे और यात्रियों को कोई समस्या न हो.

रविवार को लुधियाना रेलवे स्टेशन पर हिंसा भड़कने के एक दिन बाद लुधियाना पुलिस ने वहां सुरक्षा कड़ी कर दी है.

लुधियाना के पुलिस आयुक्त (सीपी) कौस्तुभ शर्मा ने कहा, ‘अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद राज्य में तनाव को देखते हुए हमने स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की है. हमने रैपिड एक्शन फोर्स की विशेष तैनाती की है. कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हम 19 जून को हुई घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं.’

दिल्ली

भारत बंद का आह्वान के कारण 80 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम देखा जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक यात्रियों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ा क्योंकि दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे सहित शहर के कई हिस्सों में भारी ट्रैफिक जाम की सूचना मिली क्योंकि दिल्ली पुलिस ने कई जगह बैरिकेड्स लगाए हैं.

लोगों और रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. हालांकि निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर अभी तक ट्रेन की आवाजाही बाधित होने की कोई खबर नहीं है.

इसके साथ ही कांग्रेस ने भी ‘युवा विरोधी’ अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ सोमवार को देश भर में ‘शांतिपूर्ण’ विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है. उधर, दिल्ली के जंतर मंतर पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सत्यग्रह धरना दिया.

कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, के सुरेश, वी नारायणसामी और अन्य सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को ईडी के समन और केंद्र की इस योजना के खिलाफ ‘सत्याग्रह’ में शामिल हुए.

वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कनॉट प्लेस की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया . इस दौरान यातायात काफी बाधित हुआ.

दिल्ली के शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन पर भारतीय युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक ट्रेन को रोक कर रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया.

साथ कांग्रेस का एक डेलीगेशन शाम 5 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर अग्नीपथ योजना वापस लेने की मांग करेगा. कांग्रेस ने कहा कि वो यह भी मांग करेंगे कि इस योजना पर पहले युवाओं और संसद में चर्चा होनी चाहिए लेकिन उससे पहले इसे वापस ले लिया जाना चाहिए.

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में भी कई स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. नॉर्थ हावड़ा के डीसीपी अनुपम सिंह ने कहा, ‘कई जगहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है. हम किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. हम युवाओं से भी किसी भी अप्रिय गतिविधि में शामिल न होने का आग्रह करते हैं.’

भारत बंद के मद्देनजर सोमवार को झारखंड के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. सेना भर्ती योजना के विरोध में रांची में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.

उर्सुलाइन कॉन्वेंट स्कूल और इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल, सिस्टर मैरी ग्रेस ने जानकारी देते हुए बताया कि कि क्लास 11 के लिए जेएसी परीक्षा आज के लिए निर्धारित की गई थी लेकिन इसे रद्द कर दिया गया है आज की परीक्षाओं के लिए नई तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी.

गौरतलब है कि14 जून को घोषित की गई इस योजना के तहत, युवाओं को महज चार साल के लिए सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में सेवा करने की अनुमति देता है. इस घोषणा के बाद से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और असम सहित विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. जैसे ही कुछ स्थानों पर आंदोलन तेज हुआ, प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों में आग लगा दी और निजी और सार्वजनिक दोनों संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया.


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