नयी दिल्ली, 16 जून (भाषा) भारत को वर्ष 2070 तक शून्य
कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 10,000 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी-26) में 2070 तक शून्य कॉर्बन उत्सर्जन का लक्ष्य तय किया था।
जीई-ईवाई की तरफ से जारी संयुक्त श्वेत पत्र के अनुसार, ‘‘भारत को यह लक्ष्य प्राप्त करने के लिए 10 हजार अरब डॉलर से अधिक के निवेश की जरूरत है।’’
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत कम से कम आने वाले कुछ वर्षों तक काफी हद तक कोयले से ऊर्जा पर निर्भर रहेगा। इसलिए, देश को कार्बन उत्सर्जन को और कम करने के लिए स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए रिपोर्ट में बिजली क्षेत्र के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को शुरू करने का सुझाव दिया गया है, ताकि कोयले के आयात पर भारत की निर्भरता कम हो सके।
भाषा जतिन अजय
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