अहमदाबाद, 14 जून (भाषा) गुजरात के मेहसाणा में दूधसागर डेयरी का एक सुरक्षाकर्मी मंगलवार की सुबह पूर्व उप उपाध्यक्ष के बेटे द्वारा कथित तौर पर चलाई गई गोली लगने से घायल हो गया। वार्षिक आम सभा से पहले यहां मुख्य द्वार के बाहर यह घटना हुई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि आरोपी की पहचान हर्षद चौधरी के रूप में हुई है, जो दूधसागर डेयरी के पूर्व अध्यक्ष मोघजी चौधरी का बेटा है।
मेहसाणा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ, जिसे दूधसागर डेयरी के नाम से जाना जाता है, गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ की एक इकाई है जो अपने उत्पादों को ‘अमूल’ ब्रांड के नाम से बेचती है।
मेहसाणा जिले के पुलिस अधीक्षक अचल त्यागी ने कहा, ”घायल सुरक्षाकर्मी जयंती चौधरी खतरे से बाहर हैं। एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। आरोपी हर्षद चौधरी का भी एक अन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।”
उन्होंने बताया कि हर्षद के पिता मोघजी चौधरी और हर्षद के चचेरे भाई को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
त्यागी ने बताया कि हाथापाई तब शुरू हुई जब चौधरी अपनी कार में डेयरी परिसर में प्रवेश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ”डेयरी के मुख्य द्वार के बाहर सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों के साथ उनकी बहस हुई। हाथापाई के दौरान, हर्षद ने जयंती चौधरी पर एक गोली चला दी, जिससे उनकी छाती पर चोट लग गई। वह अब खतरे से बाहर हैं। हम जयंती का बयान दर्ज करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करेंगे।”
पिछले साल डेयरी के उपाध्यक्ष पद से हटाए गए मोघजी चौधरी पूर्व डेयरी अध्यक्ष विपुल चौधरी के करीबी माने जाते हैं।
मोघजी ने दावा किया कि डेयरी के वर्तमान अध्यक्ष अशोक चौधरी के इशारे पर उन पर और उनके बेटे पर हमला किया गया था।
जबकि अशोक ने आरोप लगाया कि मोघजी की कार को मुख्य द्वार पर रोक दिया गया था, क्योंकि वह एजीएम के लिए अंदर ‘अनधिकृत व्यक्तियों’ को लाने की कोशिश कर रहे थे।
मोघजी ने पत्रकारों से कहा, ”जैसे ही हमारी कार मुख्य द्वार पर पहुंची, छह से सात लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने मेरे ऊपर हमला किया और मुझे बाहर खींच लिया। सुरक्षाकर्मियों ने मुझे लाठी से मारना शुरू कर दिया। हमले में मेरा बेटा और मेरा भतीजा भी घायल हो गए। भीड़ को डराने के लिए, मेरे बेटे ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से हवा में एक गोली चलाई।”
उन्होंने कहा, ”डेयरी अध्यक्ष के कहने पर हम पर हमला किया गया क्योंकि मैं आम बैठक के दौरान उनके कुप्रबंधन और अनियमितताओं का पर्दाफाश करने जा रहा था।”
अस्पताल में मोघजी से मिलने पहुंचे पूर्व अध्यक्ष विपुल चौधरी ने दावा किया कि मोघजी पर डेयरी से दुग्ध पाउडर और मक्खन की चोरी और प्रबंधन द्वारा निजी खिलाड़ियों के पक्ष में डेयरी की दो दिल्ली स्थित इकाइयों को बंद करने का प्रयास आदि कई अनियमितताओं को उजागर करने से रोकने के लिए हमला किया गया था।
आरोपों का खंडन करते हुए, अशोक चौधरी ने कहा कि मोघजी को इसलिए रोका गया क्योंकि वह अनधिकृत व्यक्तियों को बैठक में लाने की कोशिश कर रहे थे, जिसकी नियमों के अनुसार अनुमति नहीं है।
बैठक के बाद डेयरी के अध्यक्ष ने कहा, ”सुरक्षाकर्मियों ने उनकी कार रोक दी, क्योंकि वह अनधिकृत व्यक्तियों को अपने साथ लाने की कोशिश कर रहे थे। गुस्से में, कार में से एक व्यक्ति ने हमारे सुरक्षाकर्मी पर गोली चला दी। हम बैठक के दौरान किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने से डरते नहीं हैं। मोघजीभाई क्या कह रहे थे सच नहीं है।”
भाषा फाल्गुनी पवनेश
पवनेश
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