बेंगलुरु, 13 जून (भाषा) रणजी ट्रॉफी खिताब को रिकॉर्ड 41 बार जीतने वाली मुंबई की टीम मौजूदा सत्र के सेमीफाइनल में मंगलवार को जब यहां उत्तर प्रदेश के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो शानदार लय में चल रहे उसके बल्लेबाजों का सामना विविधता से भरी गेंदबाजी से होगा।
मैच से पहले मुंबई का पलड़ा थोड़ा भारी नजर आ रहा है लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग में धारदार गेंदबाजी करने वाले मोहसिन खान की वापसी से उत्तर प्रदेश का हौसला बढ़ेगा।
मुंबई ने क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड को विश्व रिकॉर्ड 725 रन से हराकर सेमीफाइनल का टिकट पक्का किया तो वही उत्तर प्रदेश ने कर्नाटक की मजबूत टीम को पांच विकेट से शिकस्त दी।
मुंबई को एक बार फिर से अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। सब की नजरें सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव पर टिकी होंगी। पिछले मैच में शतक लगाने वाले युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान भी शानदार लय में है।
सरफराज अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उत्तर प्रदेश के गेंदबाजों के सामने उन्हें रोकने की कड़ी चुनौती होगी।
उत्तराखंड के खिलाफ पदार्पण मैच में दोहरा शतक लगाने वाले सुवेद पारकर के साथ अरमान जाफर एक बार फिर बड़ी पारी खेलने की कोशिश करेंगे।
विकेटकीपर आदित्य तारे के चोटिल होने से हालांकि मुंबई को अंतिम एकादश में बदलाव करना पड़ेगा।
मोहसिन के अलावा यश दयाल, अंकित राजपूत और स्पिनर सौरभ कुमार हालांकि मुंबई को कम स्कोर पर रोकना चाहेंगे। सौरभ ने क्वार्टर फाइनल में सात विकेट लिये थे और कप्तान करन शर्मा उनसे एक बार फिर ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे।
मुंबई की टीम हालांकि गेंदबाजी में ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहेगी। शानदार लय में चल रहे बायें हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी को अनुभवी धवल कुलकर्णी, मोहित अवस्थी, तुषार देशपांडे और युवा ऑफ स्पिनर तनुश कोटियन का साथ मिलेगा।
इस गेंदबाजी इकाई के पास उत्तर प्रदेश के बल्लेबाजों को रोकने की पूरी क्षमता है।
उत्तर प्रदेश को लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे प्रियम गर्ग और रिंकू सिंह से काफी उम्मीदें होंगी। टीम हालांकि आर्यन जुयाल, समर्थ सिंह, ध्रुव जुरेल जैसे अन्य बल्लेबाजों से बेहतर खेल का उम्मीद करेगी।
भाषा आनन्द पंत
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