नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित विवादास्पद टिप्पणी के मामले में निलंबित भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जुमे की नमाज के बाद लोगों ने यहां जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
हालांकि जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने प्रदर्शन से दूरी बनाते हुए कहा, ‘‘कोई नहीं जानता कि प्रदर्शनकारी कौन थे।’’ उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जामा मस्जिद परिसर में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए जिनमें से कुछ ने तख्तियां ले रखी थीं। प्रदर्शन करने वालों ने नुपुर शर्मा और भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व मीडिया प्रमुख नवीन जिंदल के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए गए थे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, मस्जिद के गेट संख्या-1 के पास शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन हुआ और यह करीब 15-20 मिनट तक चला तथा बाद में प्रदर्शनकारी वहां से चले गए।
पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने कहा, ‘‘मस्जिद में करीब 1,500 लोग जुमे की नमाज के लिए इकट्ठे हुए थे। जब नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गयी तो कुछ लोग बाहर आए और उन्होंने तख्तियां दिखाना तथा नारे लगाने शुरू कर दिए। बाद में कुछ और लोग उनके साथ शामिल हो गए और यह संख्या करीब 300 रही।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हमेशा पुलिस की तैनाती रहती है। प्रदर्शनकारियों को 10 से 15 मिनट में तितर-बितर कर दिया गया और हालात शांतिपूर्ण हैं। घटना के सिलसिले में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हमने कुछ शरारती तत्वों की पहचान कर ली है और हमारे दल अन्य लोगों का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।’’
प्रदर्शनकारियों के तितर-बितर होने के बाद भी पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान इलाके में तैनात रहे।
इस बीच, बुखारी ने प्रदर्शन से दूरी बनाते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जुमे की नमाज के बाद करीब 40-50 लोगों ने विभिन्न प्रकार के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया और पोस्टर दिखाए। जामा मस्जिद से विरोध प्रदर्शन का कोई ऐलान नहीं किया गया था। कोई नहीं जानता कि वो लोग कौन थे क्योंकि जुमे की नमाज के लिए हजारों लोग जमा हुए थे।’’
बुखारी ने बताया कि कई लोगों ने उनसे संपर्क किया और इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उन्हें इस तरह की चीजों से दूरी बनाकर रखने और शांति बनाए रखने की सलाह दी। दिल्ली पुलिस जांच कर सकती है कि प्रदर्शनकारी कौन थे क्योंकि प्रदर्शन के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी।’’
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक बयान को लेकर विवाद रविवार को तब तेज हो गया था जब सऊदी अरब, कुवैत, कतर और ईरान जैसे देशों की तरफ से विरोध जताया गया। इसके बाद भाजपा ने नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और जिंदल को निष्कासित कर दिया।
दिल्ली पुलिस ने कथित रूप से नफरत फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और विवादास्पद संत यति नरसिंहानंद समेत 31 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
प्राथमिकी में नवीन कुमार जिंदल और पत्रकार सबा नकवी के भी नाम हैं।
भाषा वैभव नेत्रपाल
नेत्रपाल
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