इस्लामाबाद, 10 जून (भाषा) तालिबान के सुरक्षा बल उत्तरी अफगानिस्तान में विरोधी सशस्त्र समूह से संपर्क रखने के आरोप में आम लोगों को गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रख रहे हैं और उन्हें यातना दे रहे हैं। यह दावा न्यूयॉर्क से संचालित ह्यूमन राइट्स वाच (एचआरडब्ल्यू) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर किया।
बयान में कहा गया कि मध्य मई में नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) के लड़ाकों द्वारा तालिबान की इकाइयों और जांच चौकियों पर हमला किए जाने के बाद पंजशीर में लड़ाई तेज हुई है।
समूह ने कहा कि इसके जवाब में तालिबान सूबे में हजारों लड़ाकों को तैनात कर रहा है जो कुछ समुदायों को निशाना बनाकर तलाशी अभियान चला रहे हैं क्योंकि उनका आरोप है कि कि ये समुदाय एनआरएफ का समर्थन कर रहे हैं।
समूह ने कहा, ‘‘तालिबान के लड़ाके मौके पर ही लोगों की हत्या कर रहे हैं और बंधक बनाए गए लड़ाकों और अन्य लोगों को लापता कर रहे हैं, जो युद्ध अपराध है।’’
उल्लेखनीय है कि काबुल के उत्तर में पहाड़ियों से घिरी घाटी अफगानिस्तान के ध्वस्त हो चुके सुरक्षाबलों का आखिरी ठिकाना है जिन्होंने तालिबान का प्रतिरोध करने का संकल्प लिया है।
एचआरडब्ल्यू की एशिया में एसोसिएट निदेशक पेट्रिशिया गोसमैन ने कहा, ‘‘तालिबान बल पंजशीर प्रांत में विपक्षी नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट की लड़ाई के जवाब में आम लोगों की पिटाई कर रहे हैं। ’’
यहां गोसमैन के हवाले से जारी बयान में कहा गया, ‘‘तालिबान गंभीर उत्पीड़न के जिम्मेदार अपने लड़ाकों को सजा देने में असफल रहा है जिससे आम नागरिकों को और खतरा बढ़ा है।’’
एपी धीरज नरेश
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