श्रीनगर, 10 जून (भाषा) पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणियों को लेकर शुक्रवार को यहां विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान हुर्रियत कांफ्रेंस ने आरोप लगाया कि मुस्लिम विरोधी कदम सरकार की पहचान बन गए हैं।
शहर के लाल चौक, बाटामालू, टेंगपोरा और अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए।
अधिकारियों ने कहा कि तख्तियां थामे पुरुषों और महिलाओं ने जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है।
अधिकारियों ने श्रीनगर में अफवाह फैलने से रोकने के लिए ऐहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया है।
इस बीच, मीरवाइज उमर फारूक की अध्यक्षता में हुर्रियत कांफ्रेंस ने जुमे की नमाज के लिए श्रीनगर स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को बार-बार बंद किये की निंदा की और आरोप लगाया कि कश्मीर विरोधी तथा मुस्लिम विरोधी कदम केंद्र सरकार की पहचान बन गए हैं।
हुर्रियत ने एक बयान में कहा, “ ये लोग पूरे भारत में अपने मतदाताओं को खुश करने के लिए इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग करके जम्मू-कश्मीर सहित दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को जानबूझकर आहत कर रहे हैं।”
संगठन ने कहा, ”वे मुसलमानों के प्रति अपनी कठोरता के तहत, हमें ऐसी कट्टरता और घृणा के खिलाफ आवाज भी नहीं उठाने देते।”
भाषा जोहेब अविनाश
अविनाश
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