मंगलुरु, नौ जून (भाषा) कर्नाटक के उडुपी स्थित ‘गवर्नमेंट वूमेंस प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज’ में प्रवेश की इच्छुक मुस्लिम छात्राओं की संख्या में इस साल वृद्धि हुई है। इसी कॉलेज से सबसे पहले हिजाब विवाद शुरू हुआ था। यह जानकारी उडुपी के विधायक रघुपति भट ने दी जो कॉलेज विकास समिति के अध्यक्ष हैं।
कॉलेज की छह छात्राओं ने कक्षाओं के भीतर हिजाब पहनने की अनुमति के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के बाद वे हिजाब पहनने पर जोर दे रही थीं। अदालत ने संस्थानों में ड्रेस कोड का पालन करने का फैसला दिया था। इन छात्राओं ने इस कारण परीक्षा नहीं दी।
हालांकि आशंका थी कि हिजाब विवाद के चलते मुस्लिम छात्राओं की संख्या में कमी आएगी, लेकिन 40 छात्राओं ने कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष में पहले ही प्रवेश ले लिया है। भट ने यह भी पुष्टि की कि छात्राएं कक्षाओं के अंदर हिजाब नहीं पहनने पर सहमत हो गई हैं।
भाजपा विधायक ने कहा कि हिजाब से संबंधित घटनाओं के बावजूद पिछले शैक्षणिक वर्ष में कॉलेज ने अच्छे परिणाम दर्ज किए।
इस बीच, दक्षिण कन्नड़ जिले के उप्पिनंगडी में राजकीय प्रथम श्रेणी के कॉलेज ने उन छह लड़कियों का निलंबन रद्द कर दिया है, जिन्हें पिछले सप्ताह हिजाब पहनने पर जोर देने के कारण निलंबित कर दिया गया था।
कॉलेज विकास समिति के सूत्रों ने बताया कि छात्राओं ने बुधवार को शपथपत्र दिया कि वे ड्रेस कोड का पालन करेंगी। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को छात्रों ने कक्षाओं में भाग लिया।
भाषा अमित नेत्रपाल
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