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Friday, 22 November, 2024
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मुझे उत्तर प्रदेश सरकार पर विश्वास : मारे गए एप्पल अधिकारी की पत्नी

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मारे गए एप्पल एक्सीक्यूटिव विवेक तिवारी की पत्नी से मुलाकात की और हर संभव सहायता का वादा भी किया.

नई दिल्ली: 38 वर्षीय विवेक तिवारी, जोकि एप्पल कंपनी के सेल्स मैनेजर थे, की एक पुलिस कॉन्सटेबल ने लखनऊ में शनिवार को हत्या कर दी थी. कहा जा रहा है कि पुलिस ने जांच के लिए उन्हें रुकने के लिए कहा, पर वे नहीं रुके तो उनपर कॉन्सटेबल ने गोली चला दी.

विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना, अपनी दोनो बेटियों और विवेक के भाई के साथ मुख्यमंत्री से मिली. वे बैठक के लिए उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के साथ पहुंची.

कल्पना तिवारी मे इस मुलाकात के बाद कहा राज्य सरकार सरकार पर उनको विश्वास है और मुख्यमंत्री से मिलने के बाद ये विश्वास और बढ़ गया है.

जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार की तरफ से उन्हें राहत मिली है तो उन्होंने कहा कि “हां इसलिए मैं उनसे बार-बार मिलना चाहती थी….सीएम योगी से मिलने के बाद मुझे फिर प्रोत्साहन मिला. क्योंकि जो ज़िम्मेदारियां मेरे पति मेरे उपर छोड़ गए है शायद मैं उसे पूरा कर लूंगी. इसलिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहुत आभारी हूं.”

कल्पना तिवारी ने पत्रकारों से कहा ” मेरी सारी मांगे पूरी हो गई है. मैं दोषियों के खिलाफ़ कार्यवाही चाहती थी, एक नौकरी,रहने के लिए घर और मेरी बेटियों की पढ़ाई का और सास के लालन पालन का खर्च चाहती थी. मुख्यमंत्री ने मेरी सभी मांगे मान ली है.”

सरकार ने कहा हा कि कल्पना को उनकी शैक्षणिक योग्यता के अनुरूप नौकरी दी जाएगी. तुरंत सहायता के तौर पर 25 लाख रूपये, दोनो बेटियों के नाम पर पांच पांच लाख का फिक्स्ड डिपोसिट और उनकी सास के लिए 5 लाख की फिक्स्ड डिपॉसिट देने का फैसला लिया गया है.

तीखा हमला

इस बीच बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती ने योगी सरकार में खस्ता हाल कानून व्यवस्था की स्थिति की कड़ी आलोचना की. उन्होंने मामले पर एक संवाददाता सम्मेलन मे आरोप लगाया कि योगी सरकार कुछ नहीं कर रही, सिर्फ खानापूर्ति कर रही है. अब तक सरकार ने अफसरों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है.

उन्होंने कहा कि योगी सरकार में प्रदेश के ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है. पूरे प्रदेश में भय का माहौल व्याप्त है। हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस हत्या पर सवाल उठाते हुए इसको राजनीतिक रंग दे दिया था. उन्होंने ट्वीट किया था- “विवेक तिवारी तो हिंदू था? फिर उसको इन्होंने क्यों मारा? भाजपा के नेता पूरे देश में हिंदू लड़कियों का रेप करते घूमते हैं? अपनी आँखों से पर्दा हटाइए भाजपा हिंदुओं की हितैषी नहीं है। सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिंदुओं का क़त्ल करना पड़े तो ये दो मिनट नहीं सोचेंगे.”

मामले पर कार्यवाही

मामले से जुड़े दोनो कॉन्सटेबल्स –प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार को, तिवारी की सहयोगी सना खान, जो उनके साथ घटना के वक्त कार में थी, के एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार कर लिया गया है. उन दोनो को नौकरी से बर्ख़ास्त कर दिया गया है.

सना खान ने प्राथमिकी में कहा कि वो विवेक तिवारी के साथ देर रात लौट रही थी जब प्रशांत और संदीप ने कार रोकने को कहा. पर महिला के साथ होने की वजह से विवेक तिवारी घबर गए तो उन्होंने कार आगे बढ़ाने की कोशिश की. तब बाईक में आगे बैठे सिपाही प्रशांत चौधरी ने उतर कर विवेक के सिर पर मारने के इरादे से गोली चला दी.

उत्तर प्रदेश सरकार के अपराध से निपटने के लिए एनकाउंटर करने की शिकायतें बढ़ती जा रही है. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जहां 2000 से 2017 के बीच देशभर में हुए फर्जी एनकाउंटर मे 44.55 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में हुए. योगी सरकार के दौरान लगातार ऐसी हत्याओं की खबरें आ रही है. और इस हत्या के बाद सरकार के हर कदम पर जनता की नज़र है.

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