नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) दक्षिण पूर्वी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के एक पार्किंग स्थल पर लगी भीषण आग ने करीब 50-60 लोगों के रोज़गार को प्रभावित किया है। दरअसल, यहां करीब 90 गाड़ियां खाक हो गई हैं जिसमें ज्यादातर ई-रिक्शा थीं, जिन्हें किराये पर लेकर चलाया जाता था।
मोहसिन (33) ने कहा कि उसे दैनिक दिहाड़ी के लिए विकल्प तलाशना पड़ेगा, क्योंकि वह अब ई-रिक्शा किराये पर नहीं ले पाएगा।
मेट्रो के पार्किंग स्थल पर लगी आग में कम से कम 90 गाड़ियों तबाह हो गई हैं।
पुलिस के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो परिसर के क्षेत्र को ईटीओ मोटर्स ने किराये पर लिया हुआ है और इसका इस्तेमाल पार्किंग स्थल एवं ई-रिक्शा के लिए चार्जिंग स्टेशन के तौर पर किया जा रहा था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “ 83 ई-रिक्शा जल कर खाक हो गईं जबकि 11 कारें, चार दो पहिया वाहन, नज़दीक के दो-तीन घरों के एसी को भी नुकसान हुआ है। लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।”
मोहसिन ने कहा, “ आग ने बिल्कुल हमारी दैनिक कमाई को प्रभावित किया है। हमें दिहाड़ी के लिए अब अन्य विकल्पों को देखना है। हममें से कई रोज़ जो कमाते हैं, उसी पर निर्भर करते हैं।”
वहीं, अब्दुल कादीर नाम के व्यक्ति ईको कार को किराये पर चलाकर अपने परिवार का गुज़र बसर करते थे लेकिन आग ने गाड़ी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
कादीर ने कहा, “ यह मेरी गाड़ी नहीं थी, लेकिन हमारा रोज़गार कम से कम 15-20 दिन के लिए प्रभावित हुआ है। जो गाड़ियां जली हैं, उन्हें किराये पर चलाया जाता था।”
उन्होंने कहा, “ हममें से कुछ लोग गाड़ियों के मालिकों से भी संपर्क नहीं कर पाए हैं। हम रोजमर्रा के जीवन के लिए मदद की उम्मीद कर रहे हैं।”
ई-रिक्शा चालक मोहम्मद अली ने दावा किया कि 80 से ज्यादा ई-रिक्शा चल कर राख बन गई हैं।
उन्होंने कहा कि चालक 400 रुपये प्रति दिन के भाड़े पर ई-रिक्शा किराये पर लेते थे।
ई-रिक्शा किराए पर देने के कारोबार का प्रबंधन करने वाले राजमणि कृष्णमूर्ति ने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक वाहन जल गए हैं और नुकसान की भरपाई में लगभग एक महीने का समय लगेगा।
भाषा नोमान उमा
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