मुंबई, आठ जून (भाषा) मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि करने के फैसले के बाद विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया अब तक के अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरकर 10 पैसे की मजबूती के साथ 77.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और विदेशी पूंजी की बाजार से सतत निकासी से रुपये की तेजी पर अंकुश लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 77.70 पर मजबूत खुला। दिन के कारोबार में यह ऊंचे में 77.64 और नीचे में 77.79 तक गया। अंत में यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 10 पैसे की तेजी दर्शाता 77.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 77.78 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को कीमतों में वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए प्रमुख ब्याज दर में 50 आधार अंकों की वृद्धि की, जो पांच सप्ताह में दूसरी वृद्धि है। कीमतों में वृद्धि के कारण हालिया दिनों में उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है। इससे पूर्व रिजर्व बैंक ने चार मई को ब्याज दर में 40 आधार अंकों की वृद्धि की थी।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 214.85 अंक की गिरावट के साथ 54,892.49 अंक पर बंद हुआ।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत बढ़कर 102.52 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.96 प्रतिशत बढ़कर 121.73 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 2,484.25 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
पाण्डेय
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