नई दिल्लीः 10 जून को होने वाले खरीद-फरोख्त के खतरे की आशंका के बीच कांग्रेस पार्टी ने अपनी पार्टी को विधायकों को छत्तीसगढ़ में रुकवाने का फैसला किया है.
सूत्रों के मुताबिक पार्टी हरियाणा के विधायकों को छत्तीसगढ़ में रुकवाएगी. मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार से कांग्रेस की सत्ता वाले राज्य छत्तीसगढ़ में पार्टी ने विधायकों के लिए कमरा बुक किया है.
हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि विधायकों को कब तक वहां शिफ्ट किया जाएगा. लेकिन सूत्रों का मानना है कि एक-दो दिन में उन्हें वहां शिफ्ट किया जा सकता है.
यह फैसला पार्टी के कई नेताओं में असंतोष देखने के बाद लिया गया है क्योंकि तमाम बाहरी नेताओं को राज्यसभा का कैंडीडेट चुना गया है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव अजय माकन को हरियाणा से मैदान में उतारा गया है. पार्टी के फैसले से एक सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई पहले से ही खफा हैं. इसके अलावा दूसरी समस्या कार्तिकेय शर्मा की उम्मीदवारी को लेकर भी है जिनके पिता और ससुर पूर्व कांग्रेस नेता हैं और राज्य की राजनीति में उनका काफी प्रभाव है.
खरीद-फरोख्त की संभावना से बचने के लिए कांग्रेस पार्टी फिर से वही तरीका अपनाने की कोशिश कर रही है जो उसने 2017 में गोवा चुनाव और 2018 में मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान अपनाया था.
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