नयी दिल्ली, 31 मई (भाषा) केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (केलोनिवि) अभियंता संघ के सदस्यों ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नीतीश्वर कुमार के निर्देश पर जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा रामबन जिले में दो सहकर्मियों को “अवैध हिरासत” में लिए जाने पर मंगलवार को यहां निर्माण भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन स्थल पर भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया था।
केलोनिवि के अभियंताओं ने बाद में आवासन व शहरी मामलों के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकत की और एक ज्ञापन सौंप जम्मू-कश्मीर में दो सीपीडब्ल्यूडी अभियंताओं, आर के मट्टू और रिजवान आलम के साथ कथित दुर्व्यवहार और “अवैध हिरासत” के लिए सीईओ द्वारा माफी की मांग की।
केलोनिवि अभियंता संघ के अध्यक्ष नीरज कालिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमने हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की और संबंधित अधिकारी से औपचारिक माफी की मांग की। हमने 26 मई को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को लिखा, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। हम अपना विरोध तब तक जारी रखेंगे जब तक कि वे स्पष्टीकरण नहीं देते और गैरकानूनी नजरबंदी के लिए माफी नहीं मांगते।”
ज्ञापन के माध्यम से संघ ने मांग की है कि अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए मामले को गृह मंत्रालय और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के समक्ष उठाया जाए तथा “भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक तंत्र तैयार किया जाए”।
अभियंता संघ ने 26 मई को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को पत्र लिखा और आरोप लगाया कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने उनके दो अभियंताओं के साथ दुर्व्यवहार किया और “उन्हें अवैध रूप से 12 घंटे तक हिरासत में रखा”।
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प्रशांत नरेश
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