मुंबई, 30 मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की गेल इंडिया नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अगले तीन साल में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
गेल इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि यह निवेश बढ़कर 2030 तक अतिरिक्त 20,000 करोड़ रुपये तक जा सकता है।
कंपनी के निदेशक (वित्त) राकेश कुमार जैन ने कहा कि गेल ने अगले पांच साल में 40,000 करोड़ रुपये के पूंजी व्यय की योजना बनायी है। यह निवेश विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा। कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2021-22 में 112 प्रतिशत उछलकर 10,364 करोड़ रुपये रहा।
निदेशक ने कहा कि कुल पूंजी व्यय में से 20,000 करोड़ रुपये कर्ज और शेष राशि आंतरिक संसाधनों से जुटाई जाएगी।
गेल के चेयरमैन ने कहा कि कंपनी 2030 तक 3,000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने पर गौर कर रही है। इसमें से 1,000 मेगावॉट अगले तीन साल में स्थापित होने की उम्मीद है।
इस बीच, मनोज जैन ने कहा कि गेल संपत्ति को बाजार पर चढ़ाने के बारे में सरकार से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही है। कंपनी को वित्त वर्ष 2022-23 में संपत्ति के मौद्रीकरण के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।
भाषा रमण अजय
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