गुवाहाटी, 29 मई (भाषा) बांग्लादेश की सांसद वसीका आयशा खान ने रविवार को दावा किया कि बिजली परियोजनाएं समाज और पर्यावरण को होने वाली क्षति की ‘‘सीमित समझ’’ के साथ लागू की जाती हैं और उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि दुनिया के एक हिस्से में लागू की जा रही ‘सबसे अच्छी प्रक्रिया’’ किसी दूसरी जगह के लिए उपयुक्त न हो। उन्होंने ऐसे मॉडल अपनाने का आह्वान किया जो स्थानीय चुनौतियों के अनुकूल हो।
यहां ‘‘विकास और अंतर-निर्भरता में स्वाभाविक सहयोगी’’ सम्मेलन में खान ने नाराजगी जतायी कि बिजली क्षेत्र पर फैसले अक्सर ‘‘सीमित समझ’’ के साथ लिए जाते हैं और समाज तथा पर्यावरण को क्षति जैसे महत्वपूर्ण आयामों पर विचार नहीं किया जाता है।
उन्होंने क्षेत्र में ऊर्जा क्षेत्र पर ब्लूप्रिंट की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा, ‘‘ऊर्जा सुरक्षा के लिए क्षेत्र में सहयोग होना आवश्यक है।’’
खान ने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं के लिए सीमा पार नदियों का इस्तेमाल करना कई बार विवादास्पद हो सकता है।
बांग्लादेशी सांसद ने कहा, ‘‘राजनीतिक मुद्दों, सुरक्षा चिंताओं और आपसी विश्वास की कमी को छोड़कर हमें ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग करने की आवश्यकता है।’’
भाषा गोला अर्पणा
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