नयी दिल्ली, 29 मई (भाषा) प्रशासकों की समिति (सीओए) के सदस्य एस वाई कुरैशी ने रविवार को कहा कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) का नवनिर्वाचित निकाय सितंबर के अंत तक अस्तित्व में आ जाएगा और उनकी समिति 15 जुलाई तक संशोधित संविधान को उच्चतम न्यायालय में पेश करेगी।
उच्चतम न्यायालय ने 18 मई को एआईएफएफ के मामलों का प्रबंधन करने और राष्ट्रीय खेल संहिता और उसके दिशानिर्देशों के अनुरूप संविधान बनाने के लिए पूर्व न्यायाधीश एआर दवे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय सीओए नियुक्त किया था।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त कुरैशी और पूर्व भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान भास्कर गांगुली सीओए के अन्य सदस्य हैं।
कुरैशी ने कहा, ‘‘चुनाव प्रक्रिया पूरी होने में छह से आठ सप्ताह का समय लगेगा। फिर सितंबर के अंत तक, एक नव निर्वाचित निकाय अस्तित्व में होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘मेरे नेतृत्व में सीओए ने उच्चतम न्यायालय में लंबे विचार-विमर्श के बाद संविधान का मसौदा प्रस्तुत किया है जो लंबे समय तक सार्वजनिक नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने हालांकि अब मसौदे को सार्वजनिक कर उस पर सुझाव और प्रतिक्रिया लेने का आदेश दिया है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम 15 जुलाई तक संविधान का एक संशोधित संस्करण प्रस्तुत करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
कुरैशी और गांगुली को 2017 में राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुरूप एआईएफएफ का गठन करने के लिए न्यायालय द्वारा प्रशासक नियुक्त किया गया था। उन्होंने जनवरी 2020 में एक सीलबंद लिफाफे में न्यायालय में संविधान का मसौदा प्रस्तुत किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है 21 जुलाई तक हमारे पास एक स्वीकृत संविधान होगा क्योंकि मतदाता सूची को लेकर हमारे पास कई नोटिस और स्पष्टीकरण हैं।’’
उन्होंने कहा , ‘‘ ‘उसके बाद, हम जितनी जल्दी हो सके चुनाव करायेंगे। चुनाव प्रक्रिया को पूरा होने में छह से आठ सप्ताह लगेंगे। एक बार नव निर्वाचित निकाय अस्तित्व मे आ जाये तो, हमारा काम पूरा हो जायेगा। ’’
फीफा और एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) की एक संयुक्त टीम उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद ‘मौजूदा स्थिति को समझने’ के लिए भारत का दौरा करने के लिए तैयार है।
कुरैशी ने कहा कि बैठक 11 जून को होगी और सीओए एआईएफएफ के नए संविधान पर चर्चा करने के लिए दोनों निकायों के प्रतिनिधियों से मिलना चाहता है। हम उन्हें आश्वस्त करना चाहते है कि यह समिति चुनाव प्रक्रिया में तेजी लाने में मदद करने के लिये है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम हालांकि लगातार संपर्क में हैं, हमने आठ जून को नयी दिल्ली में फुटबॉल हाउस में अपनी पहली औपचारिक बैठक की योजना बनाई है। हमने फीफा और एएफसी के एक प्रतिनिधिमंडल को भी आमंत्रित किया है, जिनसे हम 11 जून को मिलेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फीफा और एएफसी प्रतिनिधियों के साथ अपनी बैठक में, हम इस प्रक्रिया के बारे में उनकी किसी भी गलतफहमी को दूर करना चाहते हैं। यहां अच्छे लोग काम कर रहे हैं और कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं चल रहा है।’’
कुरैशी ने कहा कि महासंघ द्वारा जिन ‘अच्छे काम’ की योजना बनाई गई है, उसे संविधान में बदलाव के कारण रोका नहीं जाना चाहिए।
भाषा आनन्द नमिता
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