सोनभद्र (उत्तर प्रदेश), 27 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के शाहगंज स्थित एक महिला महाविद्यालय के लोग ताज्जुब में पड़ गये जब सजी—धजी दुल्हन परीक्षा देने पहुंची। वह परीक्षा देने के लिए विवाह स्थल से सीधे कॉलेज आयी थी और उसके बाद वहीं से उसकी विदाई हुई। परिवार से जुड़े लोगों ने इसकी जानकारी दी ।
सोनभद्र के घोरावल तहसील की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के गढ़वा के खैडार की रहने वाली जुड़ावती वैश्य शाहगंज के कुशहरा स्थित श्री प्रमोद जी महिला महाविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है। उसकी 26 मई को शादी थी। वह शुक्रवार सुबह दुल्हन के रूप में ही परीक्षा देने के लिये पहुंची। वह नजारा देखकर कॉलेज में शिक्षक और परीक्षार्थी हतप्रभ रह गये।
यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
छात्रा के पिता लालजी वैश्य ने बताया कि जुड़ावती ने उनसे कहा कि शादी की तिथि भले ही निर्धारित हो गयी हो, लेकिन वह परीक्षा भी नहीं छोड़ेगी। अगर परीक्षा छूट गयी तो उसकी पूरे साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस बात को सुनकर वह परेशान हो गए कि लड़के पक्ष के लोग इस बात पर राजी होंगे या नही। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार 26 मई की रात सिंगरौली के आमचुना से बारात आई।
उन्होंने बताया कि जयमाल के दौरान माला पहनाने से पहले दुल्हन ने अपने दूल्हे से परीक्षा के बाद ही विदाई होने की बात रखी। उन्होंने कहा कि इस पर दूल्हा और उसके परिवार के लोग राजी हो गए। उन्होंने बताया कि रात भर विवाह का कार्यक्रम चला और सुबह होने पर वह छात्रा दुल्हन के पहनावे में ही परीक्षा देने के लिए कार से महाविद्यालय पहुंच गयी।
महाविद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर सुधीर कुमार मिश्र ने बताया कि जुड़ावती बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है और शुक्रवार को उसकी समाजशास्त्र विषय की परीक्षा भी थी। उन्होंने बताया कि शादी होने के बाद जब जुड़ावती की विदाई हुई तो वह ससुराल न जाकर अपने पति के साथ सीधे महाविद्यालय परीक्षा देने पहुंची और इसके बाद वह परीक्षा केंद्र से ससुराल के लिये रवाना हुई। महाविद्यालय की शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने नवविवाहिता को विदाई दी।
भाषा सं. सलीम
रंजन
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