मुंबई, 27 मई (भाषा) महाराष्ट्र के दक्षिणी कोल्हापुर विधानसभा क्षेत्र की सभी 34 ग्राम पंचायतें छह जून को उन रिवाजों पर रोक लगाने के लिए एक प्रस्ताव पारित करेंगी जिनके तहत विधवा महिलाओं को सिंदूर पोंछने और अपनी चूड़ियां तोड़ने के लिए बाध्य किया जाता है। कांग्रेस विधायक ऋतुराज पाटिल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
छह जून को ही महान योद्धा शिवाजी महाराज का छत्रपति के रूप में राज्याभिषेक किया गया था और इस दिन को शिव राज्याभिषेक दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
पाटिल ने एक बयान में कहा कि इस मुद्दे पर वह पिछले दो हफ्तों से इन 34 गांवों के सरपंचों, उप सरपंचों, ग्रामसेवकों आदि से भेंट कर रहे हैं।
विधवाओं से जुड़े रिवाजों पर प्रतिबंध लगाने का कदम सबसे पहले कोल्हापुर की शिरोल तहसील के हेरवाड गांव में उठाया गया था। हेरवाड ने चार मई को इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया था।
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