पुणे, 27 मई (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि गणेश उत्सव ने राष्ट्रीय राजनीति में अमूल्य योगदान दिया है और ब्रिटिश शासन के दौरान यह राष्ट्रवाद व सामाजिक सद्भाव के स्रोत के रूप में उभरा था।
महाराष्ट्र के पुणे में श्रीमती लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर ट्रस्ट के 125वें स्थापना दिवस समारोह में राष्ट्रपति ने यह बात कही। कोविंद ने कहा कि दगडूशेठ गणपति मंदिर और दत्त मंदिर के संस्थापक दगडूशेठ गणपति उत्सव मनाने में स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक के साथ भी निकटता से जुड़े रहे।
राष्ट्रपति ने कहा, “गणपति मंदिर और दत्त मंदिर ने शहर को एक नई ऊर्जा दी है। गणपति मंदिर के संस्थापक होने के अलावा, दगडूशेठ गणपति उत्सव मनाने में लोकमान्य तिलक के साथ भी निकटता से जुड़े थे। त्योहार ने हमारी राष्ट्रीय राजनीति में एक अमूल्य योगदान दिया है। यह ब्रिटिश शासन के खिलाफ राष्ट्रवाद और सामाजिक सद्भाव के स्रोत के रूप में उभरा था।”
राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संबोधन में कहा कि पुणे कई प्रमुख शख्सियतों का घर रहा है जिन्होंने देश के लिए योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि पुणे पहला स्थान था जहां लड़कियों के लिए स्कूल था, जबकि देश की पहली महिला डॉक्टर आनंदीबाई जोशी भी इसी शहर की थीं और पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी इसी क्षेत्र से थीं।
भाषा
प्रशांत मनीषा
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