नयी दिल्ली, 24 मई (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने सभी श्रेणियों में दाखिले के लिये विश्वविद्यालयीन सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) में प्राप्त अंकों को 85 प्रतिशत, जबकि साक्षात्कार को 15 प्रतिशत महत्व (वेटेज) देने के सेंट स्टीफंस कॉलेज के फैसले का विरोध किया है। डीयू ने कहा है कि इस फैसले को ”अमान्य” माना जाएगा।
विश्वविद्यालय ने कहा कि वह कॉलेज को पत्र लिखकर हाल ही में उसकी ओर से जारी की गई विवरण पुस्तिका को वापस लेने के लिए कहेगा, जिसमें 85:15 ‘वेटेज’ फॉर्मूले का उल्लेख है, अन्यथा इस फॉर्मूले के तहत दाखिले डीयू को स्वीकार्य नहीं होंगे।
कॉलेज के स्नातक पाठ्यक्रम 2022-23 के लिए विवरण पुस्तिका में कहा गया है, ”सेंट स्टीफंस कॉलेज सीयूईटी को पात्रता मानदंड के रूप में अपनाएगा, जिसमें सीयूईटी के अंकों को 85 प्रतिशत और शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के लिए कॉलेज के साक्षात्कार को 15 प्रतिशत महत्व दिया जाएगा।”
कॉलेज ने पिछले महीने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए दाखिला नोटिस में भी यही बात कही थी। कॉलेज के प्राचार्य जॉन वर्गीज ने ‘पीटीआई-भाषा’ की तरफ से की गई कॉल और मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया।
दूसरी ओर दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”हम कॉलेज को पत्र लिखेंगे कि उसका यह कदम गलत है और विवरण पुस्तिका को तत्काल वापस लिया जाना चाहिये।”
उन्होंने कहा, ”यदि विवरण पुस्तिका वापस नहीं ली गई और आप (कॉलेज) इस आधार पर कोई भी दाखिला लेते हैं, तो विश्वविद्यालय उसे स्वीकार नहीं करेगा और उसे अमान्य माना जाएगा।”
भाषा
जोहेब दिलीप
दिलीप
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