जयपुर ,23 मई (भाषा) राजस्थान के करौली जिले में सोमवार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग को लेकर युवा प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने भाजपा सांसद मनोज राजोरिया के वाहन रोक दिए। प्रदर्शनकारी अपनी मांग को लेकर वाहन के बोनट पर चढ़ गये।
करौली-धौलपुर से भाजपा सांसद मनोज राजोरिया ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के टोडाभीम कस्बे में जा रहे थे, उसी दौरान एनएसयूआई के पूर्व पदाधिकारी विक्रम मीणा के नेतृत्व में 10-12 युवाओं ने उनके वाहन को रोका और बोनट पर चढ गये।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी एनएसयूआई के लोग थे। राजोरिया ने कहा कि यह उपद्रव एनएसयूआई के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया था। सांसद ने कहा कि वे लोग बिना वजह उनकी गाड़ी के बोनट पर चढ़ गये।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार कोई काम नहीं कर रही है और अपने लोगों को भड़का रही है। सांसद ने उन प्रदर्शनकारियों से बात की जो केन्द्र से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग कर रहे थे।
ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग प्रदेश कांग्रेस सरकार कर रही है। ईआरसीपी का उद्देश्य दक्षिणी राजस्थान की नदियों जैसे चंबल ओर कुन्नू, पार्वती, कालीसिंध सहित उनकी सहायक नदियों में बरसात के मौसम के दौरान उपलब्ध अधिशेष पानी को एकत्र करना है।
इस पानी का उपयोग राज्य के 13 दक्षिण पूर्वी जिलों में पीने और सिंचाई के लिये करना है, जहां पानी की कमी है। राजोरिया ने कहा कि उन्होंने प्रदर्शन के संबंध में पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड ने जयपुर में घटना की निदां की। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई के पूर्व पदाधिकारी ने ईआरसीपी के नाम पर करौली में हमारे सांसद के साथ दुर्व्यवहार किया।
उन्होंने कहा कि यह एक साजिश है, ताकि हमारे नेता स्वतंत्र रूप से आगे नहीं बढ़ सकें।
भाषा कुंज
संतोष
संतोष
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