दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
कार्टूनिस्ट ई.पी.उन्नी कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी की निंदा करते है। 1984 के सिख दंगों में उनकी पार्टी की कोई भूमिका नहीं थी।
इकोनॉमिक टाइम्स के आर.प्रसाद राहुल गांधी के द्वारा गड़े मुर्दे उखाड़ने के बारे में एक व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हैं। जबकि इस समय लोकसभा चुनाव एक साल से भी कम दूर हैं।
टीओआई के संदीप अध्वर्यु ने राहुल गांधी के कैलाश मानसरोवर यात्रा का मज़ाक उड़ाया हैं। उनकी मां सोनिया गांधी ने उन्हें बता रही हैं कि 2019 लोकसभा चुनाव कैलाश पर्वत तक पहुंचने की तुलना में बड़ी चुनौती है।
सतीश आचार्य मोदी सरकार का मज़ाक बनाते हैं, इस बारे में सवाल उठाते हैं कि क्या नोटबंदी ने देश को लाभान्वित किया है या नहीं।
रविवार को दोपहर मुंबई के मोनोरेल सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी को मंजुल ने मजाकिया अंदाज़ में दर्शाया है।
Read in English : For Rahul, 2019 bigger challenge than scaling Mount Kailash and demonetisation ‘flop show’