पार्टी ने आरोपों का खंडन किया, कहा कोई जांच नहीं होगी। महिला विंग ने प्रिया जराल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
चंडीगढ़: जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की एक महिला सदस्य ने पार्टी के नेताओं पर उन्हें पदोन्नति के बदले में शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है |
पार्टी के कम से कम दो वरिष्ठ नेताओं का नाम लेते हुए हुए प्रिया जराल ने कहा कि उन्हें बताया गया था कि यदि वह पार्टी में बढ़ना चाहती हैं, तो उन्हें “जरूरी काम” करना चाहिए। भाजपा की साधारण महिला कर्मी होटलों के कमरों में जाती हैं और “नेता” बनकर बाहर आतीं हैं और ऐसे हालात तब हैं जबकि पार्टी में “अच्छे घरों” की महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है।
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जराल और उनके पति भाजपा के साथ कई सालों से जुड़े हैं। हर तीन साल पर होने वाले फेरबदल के दौरान हटाए जाने से पहले, वह हाल तक राज्य कार्यकारी समिति की सदस्य थीं।
ज़ोरदार हमला
30 अगस्त को एक वायरल वीडियो के साथ ये आरोप तब सामने आए, जब जराल ने पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए जम्मू में आयोजित एक पार्टी समारोह में हंगामा खड़ा कर दिया।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष रविंदर रैना ने जैसे ही अपना सम्बोधन खत्म किया , जराल ने उन पर हमला करते हुए कहा, “आपने मुझे झांसी की रानी और मातृ शक्ति कहा है, लेकिन मैं बार-बार शिकायत करके थक गयी हूँ।”
रैना ने उनको समझाने बुझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपने साथ किये गए दुर्व्यवहार की बात ज़ोर ज़ोर से दुहराते हुए बहस करती रहीं।
रैना के जाते ही जराल ने कहा कि महिलाओं का भाजपा द्वारा “इस्तेमाल” किया जा रहा है, और साथ ही यह भी कहा कि पार्टी ने उनका सम्मान नहीं किया। भाजपा की अन्य महिला कार्यकर्ता उन्हें शांत करने की कोशिश करती देखी गयीं।
आयोजन स्थल के बाहर स्थानीय टेलीविजन चैनलों से बात करते हुए जराल ने कहा, “मुझे भाजपा के तीन राज्यस्तरीय नेताओं के नाम दिए गए थे और साथ ही यह वादा भी किया था कि पार्टी में मेरी हैसियत बढ़ेगी।
“जब मुझे एहसास हुआ कि क्या कहा जा रहा था, मैंने अपनी जुत्ती निकाली और उस इंसान की अच्छी खबर ली। ”
वे बताती हैं कि जब उन्होंने फोन पर राज्य पार्टी अध्यक्ष से शिकायत की तो उन्होंने उन्हें राज्य कार्यकारी समिति से निकाल दिया।
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‘कोई पूछताछ नहीं’
दिप्रिंट से बात करते हुए भाजपा के महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने कहा कि जराल द्वारा लगाए गए आरोप निराधार थे।
उन्होंने कहा, “जराल को राज्य कार्यकारी समिति से इसलिए हटा दिया गया क्योंकि वह काम नहीं कर रही थीं।”
“वह तीन साल पहले पार्टी में सक्रिय थी लेकिन अब ऐसा नहीं है । हमारे यहाँ एक नियम है कि कोई सदस्य अगर राज्य कार्यकारिणी की तीन बैठकों से अनुपस्थित है, तो उसे हटा दिया जाएगा, “कौल ने कहा।
उन्होंने कहा, “उन्हें पार्टी के काम में भाग न लेने की वजह से हटाया गया था।
कौल के अनुसार पार्टी उनके आरोपों पर कोई कार्रवाई करने की नहीं सोच रही है। “जांच की कोई ज़रूरत नहीं है। ये आरोप मनगढ़ंत हैं,”उन्होंने कहा।
जब दिप्रिंट ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर प्रभारी अविनाश राय खन्ना से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वे राजस्थान में हैं और वापस आने पर पर इस मामले को देखेंगे। उन्होंने कहा , “अभी मुझे तथ्यों की पूरी जानकारी नहीं है और ऐसे में कोई टिप्पणी करना गैर- ज़िम्मेदाराना होगा।
‘जराल के खिलाफ कार्रवाई’
इस बीच भाजपा महिला मोर्चा ने जराल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा की जम्मू-कश्मीर महिला विंग की प्रमुख रजनी सेठी ने एक स्थानीय चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि जराल दरअसल विपक्षियों की मदद कर रही थीं । “जराल ने पार्टी को शर्मिंदा करने के लिए एक सार्वजनिक समारोह चुना।
उन्होंने कार्रवाई में बाधा डाली। अगर उनके द्वारा लगाए आरोप सच हैं तो वह सबूत के साथ क्यों नहीं आई? ”
उन्होंने कहा कि आरोप तीन साल पुराने थे। सेठी कहती हैं ,”उन्होंने इस तरह की कोई बात हमसे कभी नहीं की ।”
उन्होंने जराल के खिलाफ पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को “नीचा दिखाने ” के लिए सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस बीच, महिला कांग्रेस ने शनिवार को जराल द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की और जम्मू प्रेस क्लब के बाहर एक विरोध प्रदर्शन किया।
Read in English : J&K BJP leaders seek sexual favours to promote women, says worker of state unit