नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) जामिया मिल्लिया इस्लामिया में स्नातकोत्तर छात्रों के एक समूह ने ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा करवाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को ऑफलाइन परीक्षा का बहिष्कार किया। छात्रों ने कुलपति नजमा अख्तर के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया।
विश्वविद्यालय में एमबीए, एमए (मानवाधिकार), एमए (लोक प्रशासन) और एमए (राजनीति विज्ञान) समेत कई स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षा मंगलवार से शुरू हुई। पहले दिन भी छात्रों के एक समूह ने परीक्षा का बहिष्कार किया था। अधिकारियों के अनुसार, एमबीए (पूर्णकालिक), एमबीए (अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय) तथा एमबीए (उद्यमिता एवं पारिवारिक व्यवसाय) के 150 छात्र बृहस्पतिवार को परीक्षा में शामिल नहीं हुए।
हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित नहीं होगी। जामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम खान ने कहा, “एमबीए के लगभग 150 छात्रों ने परीक्षा का बहिष्कार किया है। आज परीक्षा का दूसरा दिन था। हमने उनसे कहा है कि परीक्षा ऑफलाइन ही होगी और उनकी मांग सही नहीं है।”
छात्रों ने दावा किया कि परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था जिसने उन्हें मांग उठाने से रोका। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एमबीए के छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने पर पुलिस बल तैनात किया गया था लेकिन प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और किसी को हिरासत में नहीं लिया गया।
भाषा यश पवनेश
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