पेशावर (पाकिस्तान), 16 मई (भाषा) इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा दो सिख व्यापारियों की निर्मम हत्या पर उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लोगों ने रोष व्यक्त किया है और समुदाय के सदस्यों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन करते हुए देश में अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षा की मांग की है।
अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के खिलाफ नवीनतम लक्षित हमले में रविवार को पेशावर में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा दो सिख व्यवसायियों कंवलजीत सिंह (42) और रंजीत सिंह (38) की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
दोनों मसालों का व्यापार करते थे और पेशावर से करीब 17 किलोमीटर दूर सरबंद के बाटा ताल बाजार में उनकी दुकानें थीं। इस्लामिक स्टेट की खुरासान इकाई (आईएसकेपी) ने अपनी प्रचार समाचार सेवा ‘अमाक’ के माध्यम से दावा किया कि उसने पेशावर में दो सिखों को निशाना बनाकर हमले को अंजाम दिया। आईएसकेपी दक्षिण एशिया और मध्य एशिया में सक्रिय इस्लामिक स्टेट (इस्लामिक स्टेट) का सहयोगी है।
सोमवार को सिख समुदाय के सदस्यों के साथ स्थानीय लोगों ने भी विधानसभा भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और मुस्लिम बहुल देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग करते हुए बैनर लेकर शहर में मुख्य जीटी रोड को अवरुद्ध कर दिया।
पुलिस ने चुनिंदा तरीके से की गई हत्या और आतंकवाद का मामला दर्ज किया है। पेशावर के पुलिस प्रमुख एजाज खान ने सिख समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया। शहर के पुलिस प्रमुख ने कहा कि हत्यारे बारा इलाके की ओर भाग गए जहां आतंकवादियों के खिलाफ पुलिस अभियान जारी है।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने घटना को लेकर रोष जताया है। पेशावर के स्थानीय निवासी इकबाल खान ने ट्वीट किया, ‘‘दो सिख व्यापारियों की हत्याओं ने हमारा सिर शर्म से झुका दिया है।’’ कुछ लोगों ने प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल और त्वरित न्याय की मांग की।
पेशावर में करीब 15,000 सिख रहते हैं, ज्यादातर प्रांतीय राजधानी पेशावर के बगल में स्थित जोगन शाह में रहते हैं। पेशावर में सिख समुदाय के ज्यादातर सदस्य व्यवसाय से जुड़े हैं, जबकि कुछ की दवा दुकानें भी हैं।
पिछले आठ महीने में सिखों पर यह दूसरा बड़ा हमला है। पिछले साल सितंबर में एक प्रसिद्ध सिख हकीम (यूनानी चिकित्सक) की पेशावर में उनके क्लीनिक के अंदर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पिछले कुछ वर्षों में प्रांत में कम से कम 12 सिख मारे गए हैं।
भाषा आशीष मनीषा
मनीषा
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