नयी दिल्ली, 11 मई (भाषा) भारत के ज्यादातर उपभोक्ता अगले एक साल में अपनी वित्तीय स्थिति को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन उन्होंने वस्तुओं और सेवाओं की बढ़ती लागत पर चिंता जताई है। सलाहकार कंपनी अर्नस्ट एंड यंग (ईवाई) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वस्तुओं और सेवाओं की बढ़ती लागत उपभोक्ताओं के खरीद निर्णयों को प्रभावित कर रही है।
भारत के लिए ईवाई फ्यूचर कंज्यूमर इंडेक्स के नौवें संस्करण के निष्कर्षों में कहा गया है कि बढ़ती जीवन लागत के प्रबंधन के बारे में अनिश्चितता की वजह से 80 प्रतिशत लोग अधिक बचत कर रहे हैं।
यह सर्वे भारतीय उपभोक्ताओं के ‘सकारात्मक दृष्टिकोण’ की पुष्टि करता है क्योंकि 77 प्रतिशत लोगों को अगले एक साल में अपनी वित्तीय स्थिति में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उनके वैश्विक समकक्षों से बेहतर है। वैश्विक स्तर पर ऐसी राय जताने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 48 प्रतिशत है।
रिपोर्ट कहती है, ‘‘फरवरी, 2022 में 1,000 से अधिक भारतीय उपभोक्ताओं पर किए गए सर्वे के मुताबिक, अधिकांश उपभोक्ताओं ने वस्तुओं और सेवाओं की बढ़ती लागत पर चिंता जताई है।’’
ईवाई की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में यह स्थिति निम्न आय वालों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। ऐसे लोगों की संख्या 72 प्र्रतिशत है। उसके बाद उच्च-आय वर्ग के 60 प्रतिशत मध्यम-आय वर्ग के 58 प्रतिशत उपभोक्ता इससे प्रभावित हैं।
भाषा रिया अजय
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