शिमला, छह मई (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि प्रश्न पत्र लीक होने की खबरें सामने आने के बाद राज्य में मार्च में हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा रद्द कर दी गई है।
राज्य सरकार ने तीन साल में दूसरी बार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द की है। अगस्त 2019 में, छह फर्जी परीक्षार्थियों के पकड़े जाने के बाद परीक्षा को अमान्य घोषित कर दिया गया था।
हिमाचल प्रदेश पुलिस बल में 1,700 कांस्टेबल की भर्ती के लिए आवेदकों की शारीरिक दक्षता परीक्षा के बाद 27 मार्च को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच राज्य के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) को सौंपी गई है और पुलिस उप महानिरीक्षक मधु सूदन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में नयी लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी।
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय कुंडू ने एक बयान में कहा कि कांगड़ा जिले के गग्गल पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है क्योंकि कुछ परीक्षार्थियों ने कथित तौर पर लिखित परीक्षा के दौरान नकल की है।
एसआईटी के अन्य सदस्यों में कमांडेंट, प्रथम आईआरबीएन बांगड़ विमुकत रंजन, कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) खुशाल चंद शर्मा, एसपी सीआईडी (साइबर अपराध) रोहित मालपानी और एसपी सीआईडी (अपराध) वीरेंद्र कालिया शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि टीम को तुरंत जांच करने का निर्देश दिया गया है। किसी भी वित्तीय लेन-देन के पहलू का पता लगाने और पुलिस मुख्यालय को समय-समय पर मामले की प्रगति पर नजर रखने के लिये कहा गया है।
साल 2019 में 12 जिलों में हुई परीक्षा में 39,000 से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।
भाषा जोहेब नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.